Ranchi : मौत, किसे और कब आ जाए, कोई नहीं जानता. गुरुवार को एचईसी और हटिया क्षेत्र में अनोखी घटना घटी. दोस्तों के साथ ताश खेलते-खेलते, अपने करीबियों से बातचीत करते-करते दो युवाओं की अचानक मौत हो गई. एक की उम्र 36 साल और दूसरे की 47 साल थी. दोनों बिल्कुल स्वस्थ थे. कोई परेशानी नहीं थी. पूरे क्षेत्र में उनकी मौत को लेकर चर्चा हो रही है.
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एक घटना एचईसी की, तो दूसरी हटिया की
दोनों घटना अलग-अलग जगह घटी. एक घटना में एचईसी के पंचमुखी मंदिर के पास दिन में ताश खेलने के दौरान अचानक जेके राय की मौत हो गई. उनकी उम्र 36 साल थी. ताश खेलते-खेलते बैठे हुए ही अचानक जमीन पर गिर गए. दोस्तों ने शरीर को हिलाया डुलाया, तो कोई रिसपांस नहीं मिला. डॉक्टर ने बताया कि हार्ट अटैक आने से मौत हो गई.
दूसरी घटना हटिया की है. वहां 47 वर्षीय चंदन प्रकाश की मौत भी अचानक हो गई. वे गुरूवार को करीबियों के साथ बातचीत कर रहे थे और अचानक गिर गए. अस्पताल में डॉक्टरों ने बताया कि हार्ट अटैक की वजह से जान चली गई. इस घटना पर लगातार न्यूज ने एचईसी प्लांट अस्पताल के सीनियर डॉ टीडीपी सिन्हा, हदय रोग विशेषज्ञ डॉ वीके वर्मा और डॉ प्रभात रंजन से बातचीत की. पूरी घटना की जानकारी दी गई. डॉक्टरों ने जो बताया, वह युवाओं के लिए बेहतर गंभीर है.
लाइफस्टाइल की वजह से युवा हो रहे हार्ट अटैक के शिकार
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ वीके वर्मा ने बताया कि हमारी बदलती आदतों और लाइफस्टाइल के कारण हमें बहुत सी बीमारियां समय से पहले ही होने लगी हैं. इनमें सबसे मुख्य है हार्ट अटैक. एक अध्ययन के अनुसार हमारे देश में हर साल करीबन 900 लोग हार्ट अटैक से मरते हैं, जिनकी उम्र 30 साल से कम होती है. यह आंकड़ा समय के साथ बढ़ता जा रहा है. वर्ष 1990 में यह आंकड़ा 24 प्रतिशत था, वर्ष 2020 में 40 प्रतिशत तक पाया गया है. वर्ष 2021 में आंकड़े के 50 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. यह जानकारी डॉ टीडीपी सिन्हा ने दी.
कम उम्र के लोगों में बढ़ी है हार्ट अटैक की घटना
डॉ टीडीपी सिन्हा ने कहा कि कम उम्र के लोगों में हार्ट अटैक की घटना बढ रही है. इसके लिए विभिन्न कारकों को जिम्मेदार ठहराया गया है. इनमें सबसे प्रमुख कारकों में- बढ़ते मोटापे (कमर-हिप अनुपात), प्रोसेस्ड फूड (Processed Food) और पेय पदार्थों का अधिक सेवन और शारीरिक गतिविधियों में कमी के कारण डायबिटीज, हाई बीपी और उच्च कोलेस्ट्रॉल की बढ़ती घटनाएं शामिल हैं. काम से जुड़ा तनाव और मोबाइल या लैपटॉप का अधिक से अधिक इस्तेमाल भी दिल से जुड़ी समस्याओं में इजाफा करता है.
युवाओं में हार्ट अटैक की घटनाओं को रोकने के लिए क्या करना चाहिए?
गुरुनानक अस्पताल के डॉ प्रभात रंजन ने बताया कि युवाओं को धूम्रपान और नशीले पदार्थों से दूर रहना चाहिए. युवाओं को ऐसी जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए, जो हार्ट के लिए हेल्दी हो. ज्यादा से ज्यादा ताजे फल और सब्जियों का सेवन करना चाहिए. सप्ताह के अधिकांश दिनों में शारीरिक गतिविधियों में शामिल होना चाहिए, वजन कम करने और शरीर को नुकसान पहुंचाने वाली हानिकारक आदतों को छोड़ने के लिए जो भी करना हो जरूर करना चाहिए. अगर कोई व्यक्ति डायबिटीज और हाई बीपी से पीड़ित हो, तो उसके लिए डायट कंट्रोल और दवाओं का समय पर सेवन करना बेहद जरूरी है.
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