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गोमिया में तीन पंचायतों में लगा वैक्सीनेशन कैंप, कम लोगों ने लिया हिस्सा

झिरकी में शून्य रहा वैक्सीनेशन

Bermo: गोमिया प्रखंड में तीन पंचायतों में वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन किया गया. इसमें हजारी, गोमिया और झिरकी पंचायत शामिल है. हजारी में एक सौ गोमिया में दस और झिरकी में वैक्सीनेशन शून्य रहा. बता दें कि झिरकी अल्पसंख्यक बहुल गांव है. इस गांव के कैंप में एक भी ग्रामीण वैक्सीन लेने नहीं पहुंचे. इस संबंध में गोमिया बीडीओ कपिल कुमार ने कहा कि झिरकी गांव में पिछले दिनों ग्रामीणों की मौत की खबर सुर्खियों में थी. लिहाजा पहले ही दौर में इस गांव में कैंप लगाया गया, ताकि यदि संक्रमण हो तो उससे निजात पाई जा सके.

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लोगों में जागरुकता की कमी

बताया जाता है कि सुबह दस बजे से ही कैंप में सहिया, आंगनबाड़ी सेविका, एएनएम, पंचायत सेवक और गोमिया अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी हलन बारला भी कैंप में मौजूद रहे. लेकिन कोई वैक्सीन के लिए नहीं आया. बीडीओ ने कहा कि गांव में जागरुकता के लिए वहां के प्रबुद्ध नागरिकों को आगे आना होगा. इस महामारी से लड़ने के लिए वैक्सीनेशन के कार्य को सफल बनाना होगा. तभी इस संकट से निकला जा सकता है. वहीं हजारी और गोमिया पंचायत में वैक्सीनेशन का कार्य हुआ. लेकिन अपेक्षा के अनुसार कम था. हजारी पंचायत में तीन जगहों पर कैंप का आयोजन किया गया था.

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हजारी पंचायत भवन, खुदगडा मध्य विद्यालय और प्राथमिक विद्यालय गंझूडीह में कैंप था. इन कैंपों में एक सौ लोगों ने वैक्सीन लिया. यहां भी जागरुकता की कमी है. ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं वैक्सीन लेने से डर रही हैं. इसी प्रकार गोमिया पंचायत के बेलाटांड गांव में कैंप लगाया गया. यहां भी दस लोगों ने ही वैक्सीन लिया. यहां की मुखिया गीता देवी ने बताया कि 9 लोग वैक्सीन लेने के लिए और पहुंचे थे, लेकिन एक व्यक्ति के कमी होने के कारण 9 लोगों का वैक्सीनेशन नहीं किया जा सका. इसलिए वैक्सीनेशन के लिए जागरुकता जरूरी है.

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