Vinit Abha Upadhyay
Ranchi: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जीएसटी घोटाले में गिरफ्तार अभियुक्त अमित अग्रवाल उर्फ विक्की भालोटिया को न्यायालय के आदेश के आलोक में जेल भेज दिया है. जीएसटी घोटाले में आठ मई को हुई छापेमारी के दौरान ईडी ने जमशेदपुर से भालोटिया को गिरफ्तार किया था.
रांची लाने के बाद रात को ही उसे पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश के समक्ष पेश किया और उसे न्यायिक हिरासत में भेजने का अनुरोध किया. साथ ही यह भी कहा कि मामले में जारी जांच के दौरान जरूरत होने पर उसे रिमांड लेकर पूछताछ के लिए न्यायालय में आवेदन दिया जायेगा. विशेष न्यायाधीश ने ईडी के अनुरोध को स्वीकार करते हुए उसे 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया. इसके बाद उसे बिरसा मुंडा जेल भेज दिया गया.
ईडी ने न्यायाधीश ने भालोटिया द्वारा किये गये अपराध की पूरी जानकारी दी. ईडी ने विशेष न्यायाधीश को बताया कि फर्जी व्यापार दिखा कर जीएसटी का अनुचित लाभ लेने और सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचाने के लिए सक्रिय संगठित गिरोह का एक सदस्य भालोटिया है. वह कागजी व्यापार के सहारे दूसरों आइटीसी का अनुचित दिलाने के साथ ही खुद भी इसके अनुचित लाभ लिया है.
अब तक की जांच के दौरान यह पाया गया कि भालोटिया ने छह फर्जी कंपनियों के सहारे खुद भी 15.95 करोड़ रुपये के आइटीसी का लाभ लिया है. फर्जी बिल और बैंक खातों की जांच के दौरान यह पाया गया कि शिव कुमार देवड़ा, अमित व सुमित गुप्ता और भालोटिया मिल कर कागजी व्यापार के सहारे दूसरों के आइटीसी का लाभ देने के अलावा खुद भी आइटीसी का लाभ लेते हैं.
इस संगठित गिरोह ने सरकार को आइटीसी मद में 800 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है. इसके लिए 135 कंपनियों का इस्तेमाल किया है. इन कंपनियों में से कुछ कंपनियों में देवड़ा,गुप्ता और भालोटिया निदेशक हैं. देवड़ा सात कंपनियों में निदेशक हैं. इन कंपनियों के सहारे उसने 55.83 करोड़ की आइटीसी ली है और गुप्ता बंधु छह कंपनियों में निदेशक हैं. गुप्ता बंधुओं ने इन कंपनियों के सहारे खुद भी 47.51 करोड़ के आइटीसी का लाभ लिया है.
भालोटिया द्वारा लिया गया आइटीसी (करोड़ में)
लाभ | कंपनी |
2.92 | ग्रीनटेक स्टील |
0.55 | श्री ए.एन मेटल |
1.13 | टी उद्योग |
8.48 | ग्रीमटेक मिनरल |
0.06 | हेक्सा युनाइटेड स्टील |
2.81 | ग्रीनटेक स्टील इंटरप्राइजेज |