alt="" width="1600" height="720" /> डॉ विनोद कुमार, सिविल सर्जन, रांची[/caption]
मैनपावर के लिए विभाग को किया गया है पत्राचार
सिविल सर्जन डॉ विनोद ने कहा कि नए भवन को चलाने के लिए मैनपावर के साथ फर्नीचर की भी जरूरत है. जिसके लिए विभाग को पत्राचार किया गया है. विभिन्न विभागों की मशीन को चलाने के लिए एक शिफ्ट में 37 कर्मचारियों की जरूरत है. इस हिसाब से कुल 111 लोगों की जरूरत पड़ेगी. नए भवन में 7 ऑपरेशन थिएटर बनाए गए हैं. इसके लिए भी 10 मैनपावर की जरूरत पड़ेगी. मैनपावर के मिलते ही उन्हें 15 दिन का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि नयी बिल्डिंग में सर्जरी, ऑर्थोपेडिक, गायनी, आई, ईएनटी, नयूरो सर्जरी के अलावे एक और ओटी बनाया जाएगा.
13 डेडलाइन फेल, निर्माण की राशि भी बढ़ी
500 बेड के सदर अस्पताल के शुरू हो जाने से रिम्स पर भार कम होगा. यहां आने वाले मरीजों का बेहतर इलाज हो पाएगा. गौरतलब है कि वर्ष 2007 में अस्पताल के नये भवन के निर्माण की शुरुआत हुई थी. इसके निर्माण पर 137 करोड़ खर्च किया जाना था, लेकिन निर्माण में विलंब होने के साथ बजट बढ़ कर 354.32 करोड़ पहुंच गया है. वहीं निर्माण को लेकर कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा हाईकोर्ट में दी गई कि 13 डेडलाइन फेल हो चुकी है.
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ने कहा- EC की गोपनीयता भी हुई खत्म, संवैधानिक संस्थाएं बीजेपी के नियंत्रिण में [wpse_comments_template]
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