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वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे कल, डॉ एमएन सिंह ने कहा- कोरोना काल में मानसिक रोगियों की संख्या काफी बढ़ी

Jamshedpur : विश्व मेंटल हेल्थ डे प्रतिवर्ष 10 अक्टूबर को मनाया जाता है. इस संबंध में शहर के न्यूरो सर्जन डॉ एमएन सिंह ने कहा कि आज के तनावपूर्ण समय में मेंटल हेल्थ के प्रति लोगों को जागरूक करना जरूरी है. इस रोग से बचाने के लिए सरकार भी बहुत कुछ कर रही है. डब्ल्यूएचओ ने भी कहा है कि स्वस्थ वही है जो शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्म में जो बैलेंस्ड है, वही स्वस्थ है. डॉ सिंह ने बताया कि पूरे विश्व में लगभग एक बिलियन मानसिक रोगी हैं. सात व्यक्ति में से एक व्यक्ति मानसिक रोग से ग्रस्त है.

विश्व में सात में एक और भारत में पांच में एक व्यक्ति मानसिक रोग से ग्रस्त है

100 प्रतिशत में 14 प्रतिशत लोग मानसिक रोग से बीमार हैं. भारत में इसका अनुपात अधिक है. देश में 15 से 25 वर्ष आयु वर्ग के युवक मादक द्रव्यों का सेवन करते हैं. इनमें 10 में एक युवक मानसिक रोगी है. आर्थिक रूप से कमजोर होने की वजह से 75 प्रतिशत से 95 प्रतिशत लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा नहीं मिलती है. कोविड काल के दो वर्ष में मानसिक रोगों की संख्या बढ़ा दी है. इन दो सालों में मानसिक रोगियों की संख्या बढ़ने के सबसे बड़ा कारण कई लोगों की नौकरी से छंटनी, बीमार होना, हितैषियों की मौत होना भी कारण है. धनाढ्य देशों में मानसिक रोगियों की संख्या काफी कम है. भारत में पांच में से एक आदमी मानसिक रोगी है. इसके लिए जरूरी है कि डिप्रेशन से फाइट कैसे करें. डॉ एमएन सिंह ने कहा कि ब्रेन में रासायनिक तत्व की कमी या अधिक होने से भी मानसिक रोग होते हैं. इसका मुख्य कारण आर्थिक स्थिति खराब होना, जेनेटिक प्रॉब्लम, इंवायरमेंटल और न्यूरो ट्रांसमीटर का अनबैलेंस होना है. [wpse_comments_template]

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