Ranchi: इस बार भी हर साल की तरह 11 जुलाई को झारखंड में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाएगा. इस बार का थीम है – मां बनने की उम्र वही, जब तन और मन की तैयारी सही. मतलब साफ है कि सही उम्र में शादी, गर्भधारण और बच्चों में सही अंतर बहुत जरूरी है.अब सरकार की नजर सिर्फ जनसंख्या नहीं, बल्कि टीनेज शादी, कम उम्र में मां बनना और बच्चों के बीच अंतर (Birth Spacing) पर भी है. इसके लिए सारथी रथ के जरिए गांव-गांव, गली-गली जाकर माइकिंग, हैंडबिल, जिंगल के ज़रिए लोगों को समझाया जाएगा कि परिवार नियोजन से फायदा ही फायदा है.
क्या-क्या होगा इस बार
राज्यभर के 24 जिलों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ शिक्षा, समाज कल्याण, पंचायत, खेलकूद, उद्योग, आईसीडीएस जैसे विभाग भी मिलकर इस अभियान को ताकत देंगे.
11 जुलाई को सभी जिलों में उद्घाटन समारोह और झंडा दिखाकर सारथी रथ रवाना किया जाएगा.
खास बातें
अब झारखंड की प्रजनन दर घटकर 2.3 हो गई है (पहले 4 थी).
गर्भ निरोधक साधनों का उपयोग भी बढ़ा है, खासकर कपल ईयर ऑफ प्रोटेक्शन रेट.
अब नई तकनीकें जैसे – साप्ताहिक गोली (छाया), गर्भनिरोधक सुई (MPA-IM, MPA-SC) और इम्प्लांट जैसी विधियों को टोकरी में जोड़ा गया है.
हर महीने 11 तारीख को बनेगा खास दिन
हर महीने की 11 तारीख को परिवार कल्याण दिवस मनाया जाएगा. इसमें वाद-विवाद, पोस्टर प्रतियोगिता, क्विज जैसे कार्यक्रमों से युवाओं, किशोर-किशोरियों को भी जोड़ा जाएगा.यहां बता दें कि झारखंड देश का पहला ऐसा राज्य बना है, जहां दृष्टिबाधितों के लिए ब्रेल लिपि में परिवार नियोजन की जानकारी तैयार की गई.