Lagatar Desk
झारखंड सरकार ने कोरोना की रोकथाम के लिये रविवार सुबह से कड़ाई शुरू कर दी है. काम के लिये बाहर निकलने वालों कोhttp://epassjharkhand.nic.in पोर्टल से जारी ई–पास हासिल करना होगा. सीएम ने खुद ट्वीट करके यह जानकारी और गाईडलाइनजारी किया है. साथ ही एक आईटी सहायक और एक कंप्यूटर ऑपरेटर का नंबर जारी किया है. किसी को दिक्कत होने पर उन्हींदोनों से संपर्क करना है..
पर, यह पोर्टल तो रात से ही काम नहीं कर रहा !
नीचे कमेंट बॉक्स में लिख कर आप खुद बतायें सरकार को…
पास बनाने में क्या दिक्कत हो रही?
क्या यह आदेश अव्यवहारिक है ?
क्या गाईडलाइन बनाने वाले अफसरों को खुद पास बनवा कर चेक नहीं करना चाहिये ??
Portal is too busy. Unable to open it.
Rohit
एक सब्जी बेचने वाला, दूध बेचने वाला, मजदूरी करने वाला जिनके पास मोबाइल तक नहीं होता है वो पास कैसे बनाएगा, और उस वक़्त जब सभी साइबर कैफे, जेरॉक्स दुकान आदि बंद है। खैर जो हो ये निर्णय तो AC कमरे में बैठ कर लिया जाता है व्यावहारिकता क्या है उन्हें क्या पता।
मेरा मानना हैं, कि सरकार को सिर्फ उन लोगो का e-pass अनिवार्य करना चाहिए जो जिले से बाहर या राज्य से बाहर जाय।
दूध लाने में, सब्जी लाने में एवं जरूरी सामग्री लाने में pass की आवश्यकता नही होनी चाहिए।ये सरकार के द्वारा लिया गया गलत फैसला हैं।।इसका मैं विरोद्ध करता हूँ।।
Ek dam shi
Web site nahi khul Raha hai.
सरकार का यह आदेश अव्यवहारिक है। दिनचर्या के काम के लिए हर दिन 2 घंटे का ही पास मिलेगा जो ऐसे सिस्टम में सही नहीं है। ऊपर से मीडिया और सरकारीकर्मियों को पहले ई-पास नहीं लेने, बाद में सरकारी आदेश को परिवर्तन का ई-पास लेने का जो निर्देश जारी किया गया, उससे माहौल काफी पैनिक हो गया।
Ek toh inki website bahut slow hai.. 40-45 minute laga pass bannane mein. Ye samajh nahi aa raha jab sabko pass mil sakta hai phir pass issue karne ki zaroorat hi kya hai. Essential services se jude log kyon pass banwaye iska jawab de sarkar. Ye e-pass system sirf janta ko pareshan karne k liye hai.. ek bahana hai prashasan k paas ki agar aap bina e-pass k bahar nikle toh 2000/- ka challan kaat diya jayega.. kis moorkh ne ye system ijaad kiya hai pata nahi. Bilkul hi bakwas.
The site is very slow,that way it taken so many time to got E -Pass..
Source of travel me jharkhand ka option nhi aa rha hai
कल शाम से प्रयास कर रहा हूं…
ये redirect वाला तोह मुख्य करना है इससे वायरस ओर unwanted software download हो सकता है… आज तोह district वाला coloum आ ही नहीं रहा था…
बहुत परेशानी है माननीय…
#बिना_ईपास वाला
10 मिनट के काम के ईपास बनाने के लिए एक घंटा तक लग सकता है वहीं दूसरी ओर जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है या जो लोग लॉकडाउन के चलते रिचार्ज नहीं करवा पाए हैं वह क्या करें….?
सरकार इनके बारे में सोची है……?
यह कहीं से जायज नहीं है
हेमंत सरकार जो भी नियम ला रही है वह सब एक हद तक सराहनीय है लेकिन रिपोर्टर्स जैसे फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए ईपास अनिवार्य करना उचित नहीं है क्योंकि ईपास मुफ्त में बन रही है इसीलिए इसका सर्वर हमेशा क्रश रहता है जिससे ईपास बनने में दिक्कत आ रही है हेमंत सरकार फ्रंटलाइन वर्कर्स की सूची में रिपोर्टर्स को तवज्जो नहीं दे रही है रिपोर्टर्स के लिए कोई मापदंड लागू नहीं किए जा रहे हैं सरकार द्वारा । मेरी सरकार से यह गुजारिश है की रिपोर्टर्स को ईपास मुक्त किया जाए तथा फ्रंटलाइन वर्कर्स की सूची में उन्हें महत्व दिया जाए।।
E pass ka portel kaam nahi Kar Raha hai .yah update nahi ho raha
कितनो को तो मालूम ही नही की ई पास कैसे बनेगा । ग्रामीण परिवेशों में तो लोग समझ ही नही पा रहे है ।
The site is not responding from yesterday
Mera maana hai ki sahi decision hai e pass banane ka process
Website open nahi ho rha hai
It is not opening
No need pass to local movement. Its better to complete lockdown. Epass site not working. This type of rule is clear indicate to earn money from aam public through fine.
जनता के दुख की इस घडी मे सेवा करने वालो के लिए कोई प्रावधान नही है।
सरकार का यह कदम बहुत ही गलत है लोग पानी के लिए जा रहे हैं पास मांग रहे हैं दवा लाने जा रहे हैं तो पास मांग रहा है यह सरकार बहुत ही गलत कर रही है पब्लिक पर आम जनता है परेशान है
3rd class website. Unresponsive even after 24 hrs.
Jee Maine kl hi banwaya tha… Mujhe pata tha ki web site crash karega hi… Pichle baar bhi yahi hua tha
आम आदमी की सोच से भी दूर है ई पास, और जिसकी पहुंच में है उसको भी नहीं मिल पा रहा है क्योंकि वेबसाइट ही क्रैश है
Ac room me baithkar ye faisla lena.
Aur uspar amal krna dono me bht fark hai janab. Pass ban nii pa raha. Aur man lo ban v jaye to kya aaplg itne sare logo k pass check kr paoge. Kr loge to likh kr do. Aapka kaam aapki netwrk itna fast nhi ki yr sb ho paye, ye guidline bilkul galat hai.
यह एक तरीके का अव्यवहारिक निर्णय है, क्योंकि इससे हर वर्ग को परेशानी हो रही है. अगर किसी को दूध लेने जाना है तो क्या वह पहले पास बनाएगा, अगर किसी को मरीज के लिए खाना पहुँचाना है तो क्या वो पास बनाने का इंतजार करेगा. साथ ही सरकार के जिस वेबसाइट पर पास बन भी रहा है वो कई बार क्रेश हो चुका है, वेबसाइट धीमाहै.
दूसरी तरफ आज हर किसी के पास स्मार्टफ़ोन और इंटरनेट नहीं है वो कैसे पास बनायेगा. सरकार ने उनके लिए क्या अलग व्यवस्था खड़ी की है, जवाब मिलेगा नहीं.
Mere vichar se epass ko Thora sa practical banane ki jaroorat hai
sorry link open nahi ho raha hai.
No need of pass at list within the Jharkhand because all are not capable to make issue the e pass. It is very tuff and also epass portal is not working in proper way
portal nahi khul raha hai. ek hour se kosis kar raha hu.
महाफालतु साइट है कोई काम का नही और बेकार कानून है बोलते है गरीबों का सरकार है मार डाला सब गरीब को ।ऐसा ऐसा नियम लागू होने से कौन सा तीर मार लिए ।बंद करिए ऐसे नियम को
यहाँ साइट ही नहीं खुल रहा है सिर्फ नाम का है साइट
Portal is too busy,I am unable to use and I have been trying for 2 hrs
Portal is not working
Hemanth soren gov.ko two biler per e-/pass jaruri home dist. Me nahi kar na chahiye tha kyun ki jada ter log labour or business category ke log h .sirf photo wala id jaruri jarna chahiye tha.jis se home dist. Ka pata chal jata .ya mera aapna niji sujhai h .
पिछले साल हुए लॉकडाउन में इस से ज्यादा कड़ाई थी और परिणाम भी अच्छे रहे थे परन्तु लोकल मूवमेंट के लिए कोई ईपास की जरूरत नहीं थी।लोग खुद दूसरे लहर से इतने डरे हुए है कि बाहर नहीं निकाल रहें है।बेहतर होता कि दिन में दो बजे तक सामान्य कामों के लिए छूट रहती और फिर आपात कामों को छोड़ अन्य मूवमेंट के लिए epass मांगे जाते।
यह आदेश अव्यवहारिक है।
Site of epassjharkhand.nic.in is very slow and not possible to get epass. I trying more than 2 hours. It is very difficult to got epass for everyone.
सरकार को चाहिए की पूर्ण लॉक डाउन कर दे ये फिजूल की काम ना करें और सरकारी तंत्र तो सिर्फ डाटा का खेल कर रही है चाहे वो केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार
अपना काम तो सरकार अच्छा से कर पा नहीं रही है वैक्सीन का काम मे तेजी तो दिखा नहीं रही है
Bakwas h ye sb na uska site khul rha h Or na epass bn parha h
विवेकहीन और संवेदनहीन फ़ैसला। स्मार्ट फ़ोन और इंटरनेट सुविधा से वंचित लोगों के बारे में नहीं सोचा गया। साइट भी काम नहीं कर रहा हैं।
निरर्थक और निराधार आदेश साथ ही तकनीकी त्रुटि के कारण अनुपालन के अभाव में मूल्यहीन भी।
किसी आदेश की सार्थकता तब ही है जब इसका विधि सम्मत तरीके से क्रियान्वयन किया जा सके।
यथार्थ के धरातल पर टांय टांय फिस्स होती व्यवस्था स्वतः बताने हेतु पर्याप्त है कि चंद अफसरशाहों ने झारखंड को प्रयोगशाला बना कर रख दिया है।
Arjent working
Portal khulta hi nhi hai.
एयर कंडीशनर कमरे में बैठने वाले आम आदमी की परेशानी के बारे में क्या समझेंगे।
आज सुबह से e paas बनवाने के लिए परेशान है पर site काम कर ही नही रहा है लोग क्या करेंगे। समझ मे नही आ रहा है
पास बनाने का जो साइट है वह पिछले कई घंटों से बन्द है मैंने सैकड़ों बार कोशिश की पर साईट ही ओपन नहीं हो पाया है… ऐसा ही केस इससे पहले जब माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी झारखंड सरकार ने अमृतवाहीनी ऐप के जरिए कोविड मरीजों को जो बेड(बुकिंग) उपलब्ध करने की बात कही थी वह भी फेल रहा और ये इ पास जितनी आसानी से कह गए कि बन जाएगा वह.भी मुश्किल होता दिखाई पड़ रहा है।
Agar kisi ke relative hospital me admit hai, wo kya apne patient ke karan bahar jana pade, wo kya website me time waste karega ya patient ki help karega, aur to site bhi fast nahi hai, subah se hi kaam nahi kar rahi hai