मैंने और रक्षा मामलों के जानकार अभिजीत अय्यर ने आतंकी संगठन हमास के खिलाफ गाजा में इजराइल की बमबारी के बारे में चर्चा की थी.
NewDelhi : खबर है कि भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी यूट्यूब से अपनी चर्चा का एक वीडियो हटाये जाने को लेकर गुस्से में है. बता दें कि इस वीडियो में स्वामी ने एक रक्षा मामलों के जानकार अभिजीत अय्यर के साथ इजराइल-फलस्तीन और गाजा के कट्टरपंथी संगठन हमास के बारे में चर्चा की थी, हालांकि, अब यह वीडियो यूट्यूब पर मौजूद नहीं है.
कोरोना, अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर केंद्र सरकार को लगातार घेरने वाले राज्यसभा से भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा, दो रविवार पहले वीएचएस ज्ञान गंगा प्रोग्राम में मैंने और रक्षा मामलों के जानकार अभिजीत अय्यर ने आतंकी संगठन हमास के खिलाफ गाजा में इजराइल की बमबारी के बारे में चर्चा की थी. कहा कि यह कार्यक्रम इतना प्रभावी और कारगर था कि यूट्यूब ने इस प्रोग्राम की स्क्रीनिंग ही हटा दी. यह निराश करने वाली बात है.
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अमेरिका के जाने-माने वकीलों से यूट्यूब पर मुकदमा चलाने पर बात कर रहा हूं
इस क्रम में सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा, मैं हमास के हमलों के खिलाफ इजराइल के बचाव पर दिये गये बयानों और अभिजीत अय्यर के साथ की गयी अपनी बातचीत के वीडियो को हटाये जाने के खिलाफ अमेरिका के जाने-माने वकीलों से यूट्यूब पर मुकदमा चलाने पर बात कर रहा हूं. जान लें कि सुब्रमण्यम स्वामी का यूट्यूब के खिलाफ बयान ऐसे समय में आया है, जब केंद्र सरकार पहले ही सोशल मीडिया कंपनियों से नये आईटी नियमों को लागू कराने को लेकर अड़ी हुई है. जानकारी के अनुसार गूगल और यूट्यूब ने नये नियमों को मानने का ऐलान किया है, लेकिन ट्विटर और वॉट्सऐप जैसी कंपनियों ने इस पर आपत्ति दर्ज की है.
सोशल मीडिया यूजर्स ने यूट्यूब पर जमकर निशाना साधा
सुब्रमण्यम स्वामी के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी यूट्यूब पर जमकर निशाना साधा है यूजर @rameshnswamy ने लिखा, यूट्यूब का जागृत नेतृत्व हमास को शांतिप्रिय संगठन दिखाने के झूठे नैरेटिव को बढ़ाने के लिए मेहनत कर रहा है और इजराइल के आत्मरक्षा के अधिकार को नजरअंदाज करने में जुटा है. कहा कि यह वीडियो हटाना इसी नैरेटिव का हिस्सा है. एक और यूजर @mtshubhangi ने लिखा, दुनियाभर की सोशल मीडिया वामपंथियों द्वारा फंड की जाती हैं. अगर वे अमेरिकी राष्ट्रपति को सोशल मीडिया इस्तेमाल करने से रोक सकते हैं, तो वे कुछ भी कर सकते हैं.