Uday Shankar Singh
Jamtara : जिले में कुल 1030 सरकारी स्कूल हैं और एक में भी तड़ित चालक [ लाइटिंग कन्डक्टर ] नहीं है. लेकिन, हमेशा ऐसा नहीं था. 2010-2011 में लगभग छह सौ स्कूलों में तड़ित चालक लगाए गए थे. एक-एक कर सारे चोर ले गए. एक तड़ित चालक पर उस समय 36 हजार खर्च हुए थे. ज्ञात हो कि जामताड़ा जिला आसमानी आफत यानी वज्रपात के लिए कुख्यात है.
बरसात में हर साल जिले में पांच-छह लोगों की मौत वज्रपात से होती है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार पांच साल में 17 लोगों की जान वज्रपात से गई है. गैर सरकारी आंकड़ा इससे ज्यादा है. सभी विद्यालयों से तड़ित चालक की चोरी हो गई. फिलहाल एक भी विद्यालय में तड़ित चालक नहीं है. गनीमत है कि अब तक जामताड़ा जिले के किसी स्कूल में वज्रपात नहीं हुई है.
2010-11 के बाद बने सरकारी स्कूल भवन में तड़ित चालक लगाए गए थे. सब चोर ले गए- प्रदीप मंडल, कनीय अभियंता, समग्र शिक्षा अभियान
यह भी पढ़ें : न्यूज 11 भारत के मालिक अरूप चटर्जी पर बलियापुर में भी सात लाख की ठगी का केस