Ranchi: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) और कोरिया की प्रमुख कंपनी सैमसंग के बीच सहयोग समझौते के तहत हर वर्ष कोरिया से सैमसंग के कर्मचारी भारतीय संस्कृति और हिंदी भाषा की ट्रेनिंग के लिए सीयूजे आते हैं. इस वर्ष भी 14 सदस्यीय टीम रांची पहुंची है.
इस टीम में 12 सॉफ्टवेयर इंजीनियर शामिल हैं, जो 8 दिनों तक चलने वाली एक विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेंगे. इस ट्रेनिंग का शुभारंभ आज से होगा.
यह ट्रेनिंग कार्यक्रम सैमसंग के प्रशिक्षुओं को भारतीय संस्कृति और हिंदी भाषा से परिचित कराने के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है. प्रशिक्षु झारखंड की आदिवासी परंपरा, सांस्कृतिक धरोहर, प्राकृतिक सौंदर्य और खनिज संपदा के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे.
इसके अलावा हिंदी भाषा की तकनीकी शब्दावली भी इन सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को सिखाई जाएगी, ताकि वे अपनी कार्यशैली में भारतीय संदर्भों को समझ सकें और समाहित कर सकें.
इस विशेष ट्रेनिंग के दौरान, यह टीम पतरातु झील और बिरसा मुंडा के गांव खूंटी का भी दौरा करेगी, जिससे वे झारखंड की समृद्ध संस्कृति और खनिज संसाधनों के बारे में गहन ज्ञान प्राप्त कर सकें.
इस मौके पर झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय सेल के संयोजक, शशि मिश्रा ने 14 सदस्यीय टीम का गर्मजोशी से स्वागत किया. कुलपति प्रो. क्षिति भूषण दास ने भी इस अवसर पर सभी का स्वागत करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह ट्रेनिंग भारतीय और कोरियाई संस्कृति के बीच पुल का काम करेगी.
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