Ranchi : शिक्षक दिवस के मौके पर झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद, रांची में राज्यस्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में राज्यभर के 128 शिक्षकों को सम्मानित किया गया.
128 शिक्षकों को मिला सम्मान
कार्यक्रम में 50 घंटे के समेकित-सतत व्यावसायिक विकास कार्यक्रम (CCPD) के लिए मॉड्यूल लेखन और डिजिटल स्वरूप तैयार करने वाले 128 शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र और शॉल देकर सम्मानित किया गया.
राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुने गए दो शिक्षक
रामगढ़ के सुरेंद्र प्रसाद गुप्ता (पीएमश्री उच्च विद्यालय, मनुवा) और चतरा के मनोज कुमार चौबे (उत्क्रमित +2 उच्च विद्यालय, दवारी) को राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान के लिए अनुशंसा की गई. दोनों शिक्षकों को कार्यक्रम के दौरान 25,000 रुपये, शॉल, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.
बच्चे गीली मिट्टी की तरह हैं : राजेश प्रसाद
- समारोह को संबोधित करते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशक राजेश प्रसाद ने कहा कि बच्चे गीली मिट्टी की तरह हैं और शिक्षक कुशल कुम्हार. बच्चों की कमजोरी को पहचानकर उन्हें आगे बढ़ाना ही सच्चा प्रयास है.
- उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे नई तकनीकों का उपयोग करते हुए छात्रों को पढ़ाएं और हर बच्चे के सर्वांगीण विकास पर ध्यान दें.
- उन्होंने कहा कि डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने राष्ट्रपति रहते हुए भी अपनी जड़ों को नहीं छोड़ा और अपना जन्मदिन शिक्षकों को समर्पित कर दिया.
शिक्षकों की खुशी
सम्मान पाकर शिक्षक काफी उत्साहित दिखे. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्कूली शिक्षा विभाग का आभार जताया. राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए अनुशंसित मनोज कुमार चौबे ने कहा कि सम्मान के साथ जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है. मैं गणित और विज्ञान को कला और संस्कृति से जोड़कर बच्चों को पढ़ाता हूं, जिससे वे पढ़ाई को रचनात्मक ढंग से समझते हैं.
Leave a Comment