Ranchi : झारखंड में सरकार गठन के बाद से ही राज्य सरकार द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों और सरकारी स्कूलों में बच्चों को अंडा देने की घोषणा की जाती रही है. मगर अप्रैल 2019 के बाद से अंडा वितरण का काम बंद है. सरकार ने यह घोषणा की थी कि हमारे ग्रामीण ही अंडा उत्पादन करेंगे. उसे सरकार खरीदकर आंगनबाड़ी केंद्रों और सरकारी स्कूलों में वितरित करेगी. मगर घोषणा, घोषणा ही रह गई.
झरिया की आग धनबाद-चंद्रपुरा रेलमार्ग के तीन स्टेशनों तक पहुंच गई है. डीजीएमएस की एक्सपर्ट टीम ने इसकी रिपोर्ट रेलवे को सौंप दी है. इससे रेल अधिकारियों में हड़कंप है. जिन तीन रेलवे स्टेशनों तक आग की लपट पहुंची है, उसमें बांसजोड़ा, सोनारडीह व अंगारपथरा है.
लोकसभा का अगला चुनाव मायावी होगा, शायद महाभारत के अलम्बुश बनाम घटोत्कच की तरह. राजनीतिक दल छल-प्रपंच की सीमाएं लांघने में संकोच नहीं करेंगे. लोकतंत्र और संविधान पर सियासी खतरे तो हमेशा से रहे हैं. पिछले 50 साल से ये खतरे अखबारों की सुर्खियां बनते रहे हैं और भविष्य में भी नेता ये उपक्रम चलाते रहेंगे.
इजराइल पर हमास के हमले के बाद वहां के अखबार अपनी सरकार को भी कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. इजरायली मीडिया में लगातार तथ्यात्मक आलोचना वाले लेखोंं और संपादकीय की बाढ़-सी आई हुई है. इसी कड़ी में शुभम संदेश आप के लिए इजरायली अखबार वॉक्स के अग्रलेख के संपादित अंश को छाप रहा है, जिससे सारी बातें स्पष्ट हो जाएंगी. इस अग्रलेख के लेखक हैं, ज़ैक ब्यूचैम्प. जो एक वरिष्ठ कॉलमिस्ट और पत्रकार हैं वॉक्स के. वह देश और दुनिया की विचारधाराओं और लोकतंत्र की चुनौतियों पर खबरें लिखते हैं.
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