Chaibasa : कोल्हान विश्वविद्यालय में बुधवार को कुलपति प्रो गंगाधर पांडा की अध्यक्षता में ऑनलाइन वोकेशनल सेल कमेटी की बैठक संपन्न हुई. जिसमें दो दिन पहले बीएड फोर्थ सेमेस्टर विद्यार्थियों की ओर से विश्वविद्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन के पश्चात विश्वविद्यालय को सौंपे गए मांग पत्र पर विचार विमर्श किया गया. इस दौरान सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि बीएड फोर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों का 15 फीसदी शुल्क माफ किया जाएगा. इसके अलावा परीक्षा शुल्क को भी माफ किया जाएगा. विद्यार्थी को सिर्फ 600 रुपए ही परीक्षा शुल्क देना होगा जबकि पूर्व में 1750 रुपया परीक्षा शुल्क परीक्षा विभाग ने निर्धारित किया था.
छात्रों ने 50 फीसदी फीस माफ करने की मांग की थी
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ पीके पाणी ने कहा कि बीएड विद्यार्थियों की ओर से 50 फीसदी फीस माफ करने को लेकर मांग पत्र दिया गया है. 50 फीसदी फीस माफ नहीं किया जा सकता है. इससे विश्वविद्यालय को आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा. वोकेशनल विभाग में कार्यरत शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारियों का भुगतान विद्यार्थियों की फीस से ही होता है. इसलिए सर्वसम्मति से 15 फीसदी ही शुल्क माफ करने का निर्णय कमेटी ने लिया है. गौरतलब है कि 2 अगस्त को सैकड़ों विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में करीब चार घंटे तक फीस माफी को लेकर धरना प्रदर्शन और नारेबाजी की थी.
बीएड कॉलेजों में ऑफलाइन क्लास जल्द शुरू करने का निर्देश
बैठक में अन्य बिंदुओं पर भी विचार-विमर्श किया गया. इस दौरान बीएड कॉलेजों में हो रही कक्षा पर गंभीरता लेने का आदेश वोकेशनल के को-ऑर्डिनेटर को दिया गया. कहा गया कि कॉलेज स्तर से अब ऑफलाइन कक्षाएं आरंभ की जाएं. कोविड-19 का नियम पालन करते हुए बीएड की कक्षाएं ऑनलाइन बंद कर ऑफलाइन शुरू करें. ताकि विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्राप्त हो सके. ऑनलाइन बैठक में कुलपति ने बारी-बारी कर सभी वोकेशनल कॉलेजों की रिपोर्ट भी देखी. बैठक में मुख्य रूप से कोल्हान विश्वविद्यालय के वोकेशनल को-ऑर्डिनेटर डॉ संजीव आनंद, विश्वविद्यालय प्रवक्ता डॉ पीके पानी, कुलसचिव डॉ जयंत शेखर, प्रॉक्टर डॉ एमए खान के अलावा अन्य सदस्य उपस्थित थे.