Ranchi: रिम्स (राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान) की स्थायी वित्त एवं लेखा समिति की अहम बैठक आज अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक में कुल 15 महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा की गई, जिनमें से अधिकांश को स्वीकृति दे दी गई.
बैठक में सहायक प्राध्यापक और वरीय रेजिडेंट के 9 नए पदों पर नियुक्ति का निर्णय लिया गया. साथ ही रिम्स में रिक्त पदों को भरने का भी रास्ता साफ किया गया. समिति ने रिम्स द्वारा नए पदों के सृजन के अनुरोध पर वेतनमान और शैक्षणिक योग्यता को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करने का निर्देश दिया.
बैठक में ब्लड मोबाइल ट्रांसपोर्टेशन वैन के लिए उपलब्ध बजट से वाहन क्रय करने की अनुमति भी प्रदान की गई. एक बड़े फैसले में एमबीबीएस और बीडीएस छात्रों के स्टाइपेंड में एम्स, नई दिल्ली की तर्ज पर वृद्धि का प्रस्ताव पारित किया गया.
समिति ने रिम्स द्वारा प्रस्तुत 2023-24 के वार्षिक लेखा विवरण को सैद्धांतिक रूप से अनुमोदित किया, लेकिन अंतिम मंजूरी के लिए सीएजी से अप्रूवल लेने का निर्णय लिया गया. इसके साथ ही रिम्स को निर्देश दिया गया कि रिमपास की तर्ज पर संस्थान की इमारतों का आधुनिकीकरण किया जाए ताकि मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलें.
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि रिम्स परिसर में स्थित जर्जर बीएसएनएल भवन को ढहाकर वहां ट्रॉमा सेंटर का निर्माण किया जाएगा. भवन निर्माण विभाग ने इस भवन को पहले ही कंडम घोषित कर दिया है.
इसके अलावा एचएमआईएस प्रणाली को सीडैक के माध्यम से लागू करने और दो स्थानों पर उच्च गुणवत्ता वाली कैंटीन सेवाएं शुरू करने का निर्णय लिया गया. इसके लिए झारखंड भवन की टेंडर प्रक्रिया को मॉडल के रूप में अपनाया जाएगा.
अपर मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिया कि कोई भी मामला टेंडर प्रक्रिया से पहले समिति में लाया जाए. टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं किया जाएगा. यह बैठक रिम्स के प्रशासनिक और शैक्षणिक कार्यों को नई दिशा देने वाली मानी जा रही है, जिससे आने वाले दिनों में मरीजों और छात्रों दोनों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी.
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