Dumka : एसपी कॉलेज दुमका में आदिवासी छात्र संघ द्वारा बुधवार को संताल परगना का 166वां स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो सोनाझरिया मिंज, एसपी कॉलेज के प्राचार्य डॉ खिरोदर प्रसाद यादव, डीएमओ कृष्ण किस्कू एवं डॉ शंभू प्रसाद सिंह मौजूद थे.
स्कूलों में भी पठन- पाठन मातृभाषा में हो : प्रो मिंज
सर्वप्रथम आदिवासी छात्र संघ द्वारा भगवान बिरसा मुंडा, सिदो कान्हू मुर्मू, फूलो झानो एवं एसपी कॉलेज के संस्थापक स्व लाल बाबा हेंब्रम की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किया गया. इस अवसर पर कुलपति प्रो मिंज ने कहा कि संताल परगना की स्थापना के 99 साल बाद एसपी कॉलेज की स्थापना हुई. स्वर्गीय लाल बाबा हेंब्रम जैसे दूरदर्शी व्यक्ति की जिद एवं मेहनत का यह फल है. 70 के दशक में आदिवासी भाषाओं में पठन-पाठन विश्वविद्यालय में शुरू हुआ, परंतु आज तक स्कूलों में इसका पठन-पाठन नहीं हो पाया है. यह विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी बनती है कि स्कूलों में भी पठन- पाठन मातृभाषा में हो. इसके लिए बीएड सिलेबस को उसके अनुरूप बनाया जाये.
संताली दुनिया की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक
70 के दशक के बाद 2003 को भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में इसे शामिल किया गया. उन्होंने बताया कि संताली दुनिया की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक है. संताली साहित्य राष्ट्र-प्रेम की भावना से ओत-प्रोत है. अपनी संस्कृति के प्रति गौरव-बोध वस्तुत: राष्ट्रीय अस्मिता का हिस्सा है. वहीं कॉलेज के प्राचार्य डॉ खिरोधर प्रसाद यादव ने स्वागत भाषण में कहा क काफी प्रयत्न के बाद संताल परगना एक अलग ज़िला घोषित किया गया था. उन्होंने बताया कि संताल परगना दो शब्द संताल तथा परगना से बना है. संताल का अर्थ है एक आदिवासी समुदाय, जबकि परगना एक उर्दू शब्द है, जिसका अर्थ है प्रांत या राज्य. अर्थात संताल परगना आदिवासी समुदाय का प्रांत है.
सांस्कृतिक टोलियों ने रंगारंग कार्यक्रम पेश किया
समारोह में कॉलेजों से आयी सांस्कृतिक टोलियों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम पेश किये गये. छात्र- छात्राओं ने संगीत के साथ सामूहिक लोक नृत्य एवं परंपरागत नृत्य से समां बांधा. इस इस अवसर पर एसपी कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉक्टर सौरभ, सामाजिक कार्यकर्ता सौरव संथालिया, श्यामदेव हेंब्रम, राजेंद्र मुर्मू , सिद्धौर हांसदा, हरेंद्र हेंब्रम, शीतल बास्की, दिनेश टुडू, उपेन्द्र मरांडी, रितेश मुर्मू, सुलीश सोरेन, दिलीप हेंब्रम, शिवकुमार हेंब्रम, रुसिक हांसदा, संजय हांसदा, सुखदेव बेसरा, अर्नेस्ट हेंब्रम आदि मौजूद थे.
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