टाइम्स ने मोदी को दुनिया की आखिरी उम्मीद बताने वाली खबर को फेक करार दिया
गरीबी के कारण उसे गुमराह किया गया
उसने कहा कि गरीबी के कारण उसे गुमराह किया गया. उसे लश्कर-ए-तैयबा में शामिल होने के लिए लालच दिया गया. पाकिस्तान के पंजाब के दिपलपुर में गांव वासेववाला के रहनेवाला अली बाबर सातवीं तक पढ़ा है. बताया कि आतंकियों की घुसपैठ का मकसद 2016 के उरी जैसे बड़े हमले को अंजाम देना था. कहा कि उसे मां के इलाज के लिए 20 हजार रुपये आतंकियों ने दिये. साथ ही 30 हजार रुपये देने का वादा भी किया गया. अली बाबर ने बताया कि उसे जिन लोगों ने हथियार चलाने का प्रशिक्षण प्दिया, उनमें अधिकतर पाकिस्तानी सेना के जवान थे. इसे भी पढ़ें : ग्रेटा">https://lagatar.in/greta-thunberg-slams-world-leaders-on-climate-change/">ग्रेटाथनबर्ग का हल्ला बोल, Blah..Blah..Blah…क्लाइमेट चेंज को लेकर वर्ल्ड लीडर्स पर तंज कसा
इस्लाम और मुसलमान के नाम पर उकसाया
आतंकी ने बताया कि उसे इस्लाम और मुसलमान के नाम पर उकसाया गया, साथ ही आतंकवादी बनने पर विवश किया गया, उसने बताया कि उसे मुजफ्फराबाद में प्रशिक्षित किया गया था. उससे कहा जाता था कि इस्लाम खतरे में है, मुसलमानों पर अत्याचार हो रहा है. बाबर ने बताया कि उसे आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा ने तीन महीने की ट्रेनिंग दी. इस दौरान उसे तरह-तरह के हथियार चलाना सिखाया गया उसके दिल से मरने का डर दूर किया गया. तीन महीने की ट्रेनिंग के बाद उसे एक ट्रेंड आतंकी बना दिया गया. उसे भारत में एक बड़ी साजिश के तहत भेजा गया था. इसे भी पढ़ें : चुनावी">https://lagatar.in/kapil-sibal-asked-pm-modi-and-mohan-bhagwat-what-do-you-think-about-ramraj/">चुनावीसरगर्मी के बीच कपिल सिब्बल ने पीएम मोदी, मोहन भागवत से पूछा, रामराज के बारे में क्या खयाल है?
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