Ranchi: गोड्डा में फर्जी दस्तावेज पर डाकघर से 20 करोड़ 90 लाख 14 हज़ार 200 रुपये का गबन कर लिया गया है. इस मामले में ईडी ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. सूचना के मुताबिक ईडी ने उप डाकपाल निर्भय कुमार और उनके रिश्तेदारों के संपत्ति की जानकारी जुटाने में ईडी जुट गई है. संपत्ति का पूरा जानकारी मिलने के बाद ईडी की टीम उप डाकपाल निर्भय कुमार की संपत्ति की जब्ती की कार्रवाई करेगी.
ईडी ने किया है मामले को टेकओवर
गोड्डा में 20.90 करोड़ रुपए का डाकघर घोटाला पकड़ा गया था. संथाल परगना डिविजन दुमका के वरीय डाक अधीक्षक वी. किशोर की सूचना पर ईडी ने मामले को टेकओवर करते हुए बीते नौ अप्रैल को केस दर्ज किया था. आरोपी सरौनी बाजार डाकघर के तत्कालीन उप डाकपाल निर्भय कुमार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत एफआईआर की गई है. ईडी ने दुमका (उत्तरी) के सहायक डाक अधीक्षक रामाश्रय कुमार के बयान पर दर्ज प्राथमिकी को आधार बनाया है. रामाश्रय कुमार ने 23 जनवरी 2019 को मुफ्फसिल थाने में निर्भय कुमार के खिलाफ केस दर्ज कराया था.
फर्जी खाता में और टर्म डिपॉजिट के नाम पर की गई है जालसाजी
जानकारी के मुताबिक इस मामले में सबसे पहले अभय कुमार नामक एक व्यक्ति ने गोड्डा थाने में इस जालसाजी की शिकायत की थी. उन्होंने पुलिस को बताया था कि उन्होंने सरौनी बाजार डाकघर में 27 नवंबर 2015 को 2 साल के लिए 15 लाख रुपये का टर्म डिपॉजिट खाता खोला था. उनके नाम पर भी फर्जी तरीके से आरोपित उप डाकपाल निर्भय कुमार ने सरकारी खाते से 18 लाख छह हजार 278 रुपये की निकासी कर ली. निर्भय कुमार ने अपनी पत्नी सरिता रंजन के तीन वर्षीय टर्म डिपॉजिट खाते के नाम पर भी सरकारी खाते से 30 लाख चार हजार 380 रुपये की निकासी की. विस्तृत जांच में डाकघर से बड़े घोटाले उजागर होने की आशंका जताई जा रही है.