तहव्वुर राणा के खिलाफ दिल्ली में एनआईए का केस दर्ज है.
मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों का कहना है कि तहव्वुर राणा के खिलाफ दिल्ली में एनआईए का केस दर्ज है. इसलिए राणा को पहले दिल्ली के एनआईए कोर्ट में पेश किया जायेगा. मुंबई क्राइम ब्रांच बाद में उसकी कस्टडी लेगी. तहव्वुर राणा को रखने के लिए दिल्ली और मुंबई के जेलों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये जाने की सूचना है. विश्वसनीय सूत्रों से जो जानकारी सामने आयी है कि भारत लाये जाने के बाद राणा को कुछ सप्ताह तक राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की कस्टडी में रखा जागा. पूरा ऑपरेशन एनएसए अजीत डोभाल, एनआईए और गृह मंत्रालय के कुछ शीर्ष अधिकारियों की निगरानी में हो रहा है. आतोकी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की बात करें तो अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने तहव्वुर राणा की उस अर्जी को खारिज कर दिया है, जिसमें उसने अपने प्रत्यर्पण पर रोक लगाने की मांग की थी.भारत की भाजपा सरकार मुस्लिमों के साथ भेदभाव करती है.
राणा ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर गुहार लगाई थी कि उनके प्रत्यर्पण पर इमरजेंसी स्टे लगाया जाये. कहा था कि अगर मुझे भारत प्रत्यर्पित किया गया तो पाकिस्तान मूल का मुस्लिम होने की वजह से उसे भारत में बहुत अधिक प्रताड़ित किया जाएगा. उसने ह्यूमन राइट्स वॉच 2023 की वर्ल्ड रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि भारत की भाजपा सरकार धार्मिक अल्पसंख्यकों विशेष रूप से मुस्लिमों के साथ भेदभाव करती है. तहव्वुर राणा ने कोर्ट से कहा था कि उसे कई तरह की बीमारियां हैं. उसे पार्किंसंस की समस्या भी है. ऐसी जगह नहीं भेजा जाये, जहां राष्ट्रीय, धार्मिक और सांस्कृतिक तौर पर उन्हें निशाना बनाया जायेगा. इसे भी पढ़ें : वक्फ">https://lagatar.in/violence-in-murshidabad-against-waqf-law-clash-between-police-and-protesters/">वक्फकानून के खिलाफ मुर्शिदाबाद में हिंसा, पुलिस व प्रदर्शनकारियों में भिड़ंत