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ऑक्सीजन की कमी से गोवा में 26 की मौत, स्वास्थ्य मंत्री ने की हाईकोर्ट से जांच की मांग

राज्य को 1200 बड़े सिलिंडरों की जरूरत थी, सिर्फ 400 सिलिंडर ही मुहैया कराये गये. ऑक्सीजन सप्लाई पर एक श्वेत पत्र तैयार करना चाहिए.

Panaji   : गोवा के सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की वजह से 26 कोरोना संक्रमितों की मौत हो जाने से हड़कंप मच गया है. सरकार के मंत्री ही सरकार पर सवाल उठा रहे हैं. खबर है कि गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने इस मामले में हाईकोर्ट से निष्पक्ष जांच की अपील है. उन्होंने मंगलवार को कहा कि गोवा में कई कोरोना संक्रमितों की मौत ऑक्सीजन सप्लाई की कमी के कारण हो गयी.

राणे ने कहा कि हाईकोर्ट को इतनी मौत के पीछे के कारणों की जांच करनी चाहिए. हाईकोर्ट को हस्तक्षेप करना चाहिए और जीएमसीएच में ऑक्सीजन सप्लाई पर एक श्वेत पत्र तैयार करना चाहिए. जो चीजों को सही करने में मदद करेगा. राणे ने कहा कि राज्य सरकार ने तीन नोडल अधिकारियों की एक टीम बनाई है, जिसे जीएमसीएज में ऑक्सीजन की कमी की जानकारी मुख्यमंत्री को देनी चाहिए थी.

जानकारी के अनुसार ऑक्सीजन की कमी की वजह से 2 बजे से लेकर सुबह के छह बजे के बीच मौतें हुई हैं. अब राज्य के स्वास्थ्य मंत्री  ही सरकार पर हमलावर हैं और जांच की मांग कर रहे हैं.

राज्य को 1200 बड़े सिलिंडरों की जरूरत थी , मिले 400 सिलिंडर

बता दें कि  गोवा के CM ने यह बात मान ली है कि ऑक्सीजन की सप्लाई में अभी भी परेशानिया हैं, लेकिन  उनका कहना है कि अब राज्य में ऑक्सीजन की कोई किल्लत नहीं है. जान लें कि स्वास्थ्य मंत्री राणे ने सीएम के दौरे के बाद मीडिया से बातचीत के क्रम में कहा कि जीएमसीएच में सोमवार को मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई की कमी  थी. स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार सोमवार को राज्य को 1200 बड़े सिलिंडरों की जरूरत थी हमें सिर्फ 400 सिलिंडर ही मुहैया कराये गये थे.

CM प्रमोद सावंत ने अस्पताल का दौरा करने के बाद कहा था, ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है

गोवा के CM प्रमोद सावंत ने अस्पताल का दौरा करने के बाद कहा था कि यहां ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है, समस्या सिर्फ ऑक्सीजन का सही तरीके से इस्तेमाल करने में है, सही रणनीति होने की वजह से ऐसा महसूस हो रहा है कि ऑक्सीजन रोगियों तक नहीं पहुंच रहा है. इसकी जिम्मेदारी तय की जायेगी और समस्या का हल हो जायेगा. सावंत ने वहां मौजूद डॉक्टरों को यह भी भरोसा दिया था कि राज्य सरकार  का यह फैसला है कि  यहां 200MT ऑक्सीजन टैंक का निर्माण किया जायेगा यह काम आठ दिनों में  पूरा कर लिया जायेगा