Ranchi: रिम्स में नर्सों की कमी दूर करने का प्रयास 2017 से हो रही थी. नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकलने के बाद प्रक्रिया या तो लटकी रह जा रही थी, या रद्द कर दी जा रही थी. हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद जेएसएससी द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की गई. 370 पदों पर नर्सो की स्थायी नियुक्ति हुई. 350 के करीब नर्सो ने नवंबर-दिसंबर 2022 तक रिम्स में योगदान भी दे दिया. लेकिन जानकर हैरानी होगी कि 6-7 महीने बीतने के बाद भी अब तक इन्हें वेतन का भुगतान नही किया गया है. इतने महीने से सभी घर से पैसे मंगाकर कमरे का किराया चुका रहे और भूख मिटा रहे हैं. जिनकी पारिवारिक स्थिति ठीक है उन्हें फर्क नहीं पड़ रहा, मगर 200 से ज्यादा नर्सें ऐसी हैं जिनका पूरा घर उनपर ही निर्भर है. ऐसे में 7 महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण इन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नर्सों का कहना है कि अगर एक सप्ताह के भीतर प्रबंधन वेतन का भुगतान नहीं करती है तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगी. प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलकर पूरी तरह कार्य बहिष्कार करेंगी. अगर ऐसा हुआ तो फर्क मरीजों के स्वास्थ्य पर पड़ेगा, जिसका जिम्मेवार खुद रिम्स प्रबंधन होगा.
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क्यों फंसा है वेतन भुगतान ?
दरअसल, रिम्स इनके वेतन पेंशन स्कीम को लेकर लटकाए हुए है. नर्सों का कहना है कि शुुरुआत में उन्हें बताया गया था कि ओल्ड पेंशन स्कीम के तहत सैलरी मिलेगी. जबकि ज्वाइनिंग के बाद प्रबंधन न्यू पेंशन स्कीम के तहत सैलरी देने की तैयारी में था. हालांकि प्रबंधन की ओर से यह भी तय नहीं था कि एनपीएस ही दिया जाए. इसी वजह से वेतन लटका हुआ है.
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