- धीरे-धीरे ही सही, घट रही तंबाकू की लत
- – 2009-10 में हुए सर्वे में झारखंड 50.1% लोग करते थे तंबाकू का सेवन
- -2019 के सर्वे के मुताबिक 13-15 साल के 5.1 % युवा हैं तंबाकू के लती
Ranchi: सेहत के लिए तंबाकू का सेवन जानलेवा हो सकता है. तंबाकू या धूम्रपान व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य के साथ ही शारीरिक सेहत पर भी नकारात्मक असर डालता है. हालांकि ये बात जानते हुए भी दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोग किसी न किसी रूप से तंबाकू का सेवन कर रहे हैं. लोगों में बीड़ी, सिगरेट और गुटखा आदि के सेवन से कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है. अच्छी बात ये है कि हाल के वर्षों में बढ़ी जागरूकता के चलते लोगों में तंबाकू सेवन की प्रवृत्ति घटी है.
धूम्रपान से कैंसर और फेफड़े की बीमारी होने की संभावना
धूम्रपान करने से धमनियां कमजोर होने लगती हैं और कोरोनरी हार्ट डिजीज और स्ट्रोक हो सकता है. कुछ अध्ययनों में पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक स्तर पर बढ़े हार्ट अटैक के लिए धूम्रपान को भी एक संभावित कारक बताया गया है. इसके अलावा तंबाकू के उपयोग से कैंसर या फेफड़े की बीमारी भी हो सकती है.
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5.1% युवा करते हैं तंबाकू का सेवन
ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे 2019 के आंकड़ों के अनुसार झारखंड में 13 से 15 साल के आयु सीमा के 5.1 प्रतिशत युवा तंबाकू का सेवन करते हैं. इस आयु सीमा में तंबाकू सेवन करने वाले में देशभर में झारखंड पांचवें स्थान पर हैं. हालांकि 15 साल से ऊपर के लोगों के तंबाकू सेवन करने की आदत में कमी आई है. 2009-10 में हुए सर्वे में झारखंड 50.1% लोग किसी ना किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते थे. वहीं 2016-17 में हुए सर्वे के दौरान यह आंकड़ा घट कर 38.9 % हो गया है. तंबाकू सेवन करने वाले लोगों में 11.2% की कमी हुई है.
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सदर अस्पताल से निकाली गई जागरूकता रैली
इधर, विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर सदर अस्पताल से जागरूकता रैली निकाली गई. रैली सदर अस्पताल, सर्जना चौक होते हुए अल्बर्ट एक्का चौक पर पहुंची. जहां लोगों के बीच जन जागरूकता अभियान चलाया गया. तंबाकू के दुष्परिणाम से लोगों को अवगत कराया और तंबाकू छोड़ने की अपील की गई.