Ranchi: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ट्रंप के इशारे पर नाच रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड में जल, जंगल, और जमीन की लूट हो रही है, और राज्य सरकार इसे रोकने में पूरी तरह से विफल रही है. वे मंगलवार को मीडिया से बातचीत कर रहे थे.इस दौरान एटक के राज्य सचिव अशोक यादव के साथ काम करने वाले 45 मजदूरों सहित पूर्व आईएएस अधिकारी डॉ. रणेंद्र ने पार्टी की सदस्यता ली. डी राजा ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया और पार्टी को आगे बढ़ाने में सहयोग की अपील की. राज्य में लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं को जोड़ने के लिए उन्हें बधाई भी दी.
राज्य सरकार पर आरोप: झारखंड की समस्याओं की अनदेखी
डी राजा ने राज्य सरकार पर भी आरोप लगाया कि वह झारखंड की समस्याओं की अनदेखी कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए हैं और झारखंड की जनता को निराश किया है. उन्होंने कहा कि बड़े पूंजीपतियों को झारखंड में लाकर राज्य को एक कॉर्पोरेट घराने का चारागाह बना दिया गया है, जहां जल, जंगल और जमीन की लूट हो रही है. राज्य सरकार लूट को रोकने में पूरी तरह से नाकाम रही है, जिससे झारखंड की खनिज संपदाओं की लगातार लूट जारी है.
सदन के अंदर भी झारखंड की ज्वलंत समस्याओं की चर्चा नहीं
डी राजा ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने 5 सालों से झारखंड में शासन किया है, लेकिन सदन में राज्य की ज्वलंत समस्याओं पर चर्चा नहीं होती. इसके बजाय, केवल अपनी सुख-सुविधाओं की चर्चा होती है. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य बनने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने यहां हिंदू-मुसलमान के नाम पर लोगों को बांटा, और अब हेमंत सरकार भी जनता से किए गए वादों और घोषणा पत्र में किए गए वादों को भूल गई है.उन्होंने कहा कि मंईयां सम्मान योजना का लाभ केवल आधे लाभार्थियों तक पहुंच रहा है. इसके अलावा, भूमि बैंक को रद्द करने, बेरोजगारी भत्ता देने, किसानों को पेंशन देने, सामाजिक सुरक्षा की गारंटी करने, असंगठित मजदूरों को 26,000 रुपये न्यूनतम मजदूरी देने, और विस्थापन आयोग व नीति लागू करने के वादों को भी राज्य सरकार ने भूल दिया है. इसीलिए उनकी पार्टी लगातार संघर्ष कर रही है.
14 अप्रैल तक जन अभियान चलाया जाएगा
डी राजा ने विधानसभा मार्च की सफलता पर पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी और संघर्ष को और तेज करने की अपील की. उन्होंने कहा कि 23 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक लगातार जन अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि शाखाओं से लेकर आंचल, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे.