Ranchi: नगर निगम द्वारा बाजार लगाने वाले दुकानदारों से प्रति दुकान 7 से 15 रुपये तक वसूलने की दर निर्धारित की गई है. लेकिन बहुबाजार में, सूखा साग, दतुवन और मुढ़ी बेचने वाले विक्रेताओं से एक दिन में 50 से 100 रुपये तक वसूल किए जा रहे हैं. इससे उनकी आजीविका प्रभावित हो रही है. सब्जी विक्रेताओं को न्याय दिलाने के नाम पर स्थानीय प्रशासन और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने चुप्पी साध रखी है.
सरकार ने सब्जी विक्रेताओं के लिए वेजिटेबल मार्केट बनाकर दिया है, ताकि वे अपनी उपज को बाजार में बेच सकें. विक्रेताओं का कहना है कि रनिया, खूंटी और तमाड़ से दतुवन, सूखा साग और दाल बेचने के लिए वे बहुबाजार आते हैं.
लेकिन यहां आकर उन्हें अक्सर अनावश्यक वसूली का सामना करना पड़ता है. विक्रेताओं का मनोबल टूट जाता है, क्योंकि जितना सामान वे बेचते नहीं, उतना वसूला जाता है. कभी 50 रुपये तो कभी 80 रुपये तक की वसूली की जाती है.
वसूली नहीं देने पर उनका सामान इधर-उधर कर दिया जाता है और दुकान बंद करने की धमकी दी जाती है. पीड़ित विक्रेताओं ने डर के कारण पुलिस और सामाजिक कार्यकर्ताओं को इस बारे में जानकारी नहीं दी है, क्योंकि उन्हें डर है कि अगले दिन उनकी और अधिक परेशानी बढ़ जाएगी. वसूली करने वाले लोग धमकियां देते हैं और गाली-गलौज भी करते हैं, जिसके कारण विक्रेताओं को मजबूरी में वसूली देनी पड़ती है.
विक्रेताओं ने बताया कि वे डर के कारण वसूली देते हैं और यदि नहीं देते, तो धमकियां मिलती हैं और उनका सामान नष्ट कर दिया जाता है. पुलिस को शिकायत करने से भी डरते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि शिकायत करने पर उन्हें और अधिक परेशान किया जाएगा.
वसूली करने वालों की गुंडागर्दी और धमकियों के कारण विक्रेताओं को भारी परेशानी हो रही है. वे अपने व्यवसाय को चलाने के लिए मजबूर हैं और वसूली करने वालों के डर से चुप्पी साधे रहते हैं.
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