Search

झारखंड के 50 हजार विस्थापित 24 मार्च को करेंगे विधानसभा मार्च

Ranchi: झारखंड में जल, जंगल और जमीन विस्थापन की समस्या एक बार फिर उभरने लगी है. मंगलवार को राज्य के विभिन्न जिलों से आए विस्थापितों ने प्रेस क्लब में मीडिया से संवाद करते हुए इस विषय पर अपनी चिंता जताई. विस्थापितों में पुष्कर महतो, गणेश प्रसाद महतो, नमन यादव, अजय सिंह, अर्जुन कुमार, गयानाथ पांडेय, महेश बांडो, मोती दांगी, शंकर दांगी, विनय कुमार महतो और प्रितम महतो शामिल थे. इस दौरान विस्थापितों ने ऐलान किया कि 24 मार्च को वे 50 हजार की संख्या में विधानसभा मार्च करेंगे. इस मार्च से पहले 16 फरवरी को विस्थापन मोर्चा की एक बैठक होगी. इसे भी पढ़ें -राहुल">https://lagatar.in/rahul-gandhi-targets-modi-government-says-corporate-houses-loans-waived-off-poor-and-middle-classs-life-is-becoming-miserable/">राहुल

गांधी के निशाने पर मोदी सरकार, कहा, कॉर्पोरेट घरानों का कर्जा माफ, गरीब-मध्यम वर्ग का जीना हराम…

45 लाख लोग हो चुके हैं विस्थापित

झारखंड में कोल इंडिया की विभिन्न कंपनियों, जैसे सीसीएल, बीसीसीएल, ईसीएल, सेल, डीभीसी, एचईसी, कौपर, थर्मल पावर स्टेशन और प्राइवेट कारखानों के स्थापना के कारण 45 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं. इसके अलावा एनटीपीसी और सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के अन्य कारखानों में बहाली बंद हो चुकी है और इन सभी में पूंजीपतियों द्वारा आउटसोर्सिंग के माध्यम से काम किया जा रहा है.

विस्थापन की स्थिति

• बोकारो में 34 हजार एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है, जिसमें से 20 हजार एकड़ का उपयोग फैक्ट्रियों, आवास और अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया. • एचईसी में 10 हजार एकड़ जमीन का अधिग्रहण हुआ है, जिसमें से 6 हजार एकड़ जमीन का उपयोग किया गया है. ट्रांसपोर्टिंग से हर महीने 15 लोगों की मौत होती है – गणेश प्रसाद महतो बड़कागांव के पटरी बरवाडीह में एनटीपीसी और केरेडारी में खनन कार्य जारी है. इस क्षेत्र के जमीन मालिकों को मुआवजा नहीं दिया गया है, और प्रदूषण के कारण पूरा क्षेत्र बर्बाद हो रहा है. लोग विभिन्न बीमारियों से प्रभावित हो रहे हैं, जिससे हर महीने 15 लोगों की मौत हो रही है.

23 लाख गैरमंजूरी जमीन को भूमि बैंक में डाला गया

झारखंड राज्य विस्थापित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि रघुवर सरकार के कार्यकाल में 23 लाख एकड़ गैरमंजूरी जमीन को भूमि बैंक में डाल दिया गया है. इस निर्णय को रद्द कर इस जमीन को रैयतों के नाम किया जाना चाहिए. इसे भी पढ़ें -गौतम">https://lagatar.in/gautam-adani-reached-prayagraj-with-his-wife-preeti-adani-and-served-bhandara-in-the-iskcon-pandal-of-maha-kumbh/">गौतम

अडानी पत्नी प्रीति अडानी  के साथ प्रयागराज पहुंचे, महाकुंभ के इस्कॉन पंडाल में भंडारा सेवा की….
[wpse_comments_template]

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp