Dhanbad : जल संरक्षण और पर्यावरण संतुलन की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए इस वर्ष धनबाद जिले में 500 से अधिक तालाबों का निर्माण किया जाएगा. ये तालाब सड़क किनारे और जलमीनारों के आसपास बनाए जाएंगे. ताकि जिले की सुंदरता में वृद्धि हो और गर्मी में पानी की समस्या से लोगों को जूझना न पड़े. यह बातें डीसी आदित्य रंजन ने कहीं. वह मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस के अवसर पर धनबाद नगर निगम द्वारा न्यू टाउन हॉल में आयोजित पर्यावरण उत्सव समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का ध्यान जल और पर्यावरण संरक्षण पर केंद्रित है. इसी उद्देश्य से जिले में इस वर्ष 5 से 10 लाख पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है. इस कार्य में प्रशासन के साथ-साथ आम नागरिकों की भागीदारी भी जरूरी है. प्लास्टिक का कम उपयोग, ई-वेस्ट मैनेजमेंट, भूजल और तालाबों का संरक्षण तथा पौधारोपण जैसे छोटे-छोटे प्रयासों से धनबाद को स्वच्छ, सुंदर और हरा-भरा बनाया जा सकता है.
वहीं कार्यक्रम में वन प्रमंडल पदाधिकारी विकास पालीवाल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण एक चुनौती भी है. इसे जनआंदोलन के जरिए ही सफल बनाया जा सकता है. नगर आयुक्त रवि राज शर्मा ने कहा कि नगर निगम के प्रयास से पिछले 5 वर्षों में शहर के प्रदूषण स्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है. पीएम10 में 54% की कमी और पीएम2 में 20 माइक्रोग्राम की गिरावट दर्ज की गई है. खनन क्षेत्र होने के बावजूद धनबाद अब देश के 50 ऐसे शहरों में शामिल है जहां स्वच्छ हवा उपलब्ध है.
इस अवसर पर आईआईटी आईएसएम के निदेशक, बीबीएमकेयू के वाइस चांसलर समेत कई गणमान्य अतिथियों ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए. साथी फाउंडेशन ने स्वच्छता पर जागरूकता नृत्य प्रस्तुत किया. वहीं विभिन्न विद्यालयों के बीच पोस्टर, वाद-विवाद और मॉडल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. समारोह में एसडीओ राजेश कुमार, डीसीपी ट्रैफिक अरविंद कुमार सिंह, आईआईटी-आईएसएम निदेशक शिव कुमार मिश्रा, बीबीएमकेयू के कुलपति डॉ. राम कुमार सिंह, डॉ. सुरेश पांडियन, अपर नगर आयुक्त कमलेश्वर नारायण, सहायक नगर आयुक्त प्रसून कौशिक समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे.
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