Uttar Pradesh : यूपी के मुरादाबाद के निजी अस्पताल में कोरोना के 6 मरीज की मौत हो गयी. मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया. हंगामा कर रहे परिजनों ने ऑक्सीजन की कमी से मौत होने की बात कहीं. वहीं अधिकारियों ने कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं है.
लखनऊ में कोविड मरीज ने की आत्महत्या
सीएम योगी आदित्यनाथ भरे ही दावे करते नहीं थक रहे की. पूरे उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी नहीं है. लेकिन तस्वीर और घटनाएं उनके दावों को झूठा साबित करने के लिए बहुत है. वहीं लखनऊ के मरीज ने आत्महत्या कर ली है. मरीज ने कोरोना हॉस्पिटल के चौथे मंजिल से कूदकर कर अपनी जान दे दी. मरीज कमल किशोर सीतापुर के रहने वाला था. कमल किशोर ने कोरोना से संक्रमित होने के बाद डॉक्टरों से इलाज करने के लिए कहा था. कमल किशोर का पहले से पीजीआई में डायलिसिस चल रहा था.
रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए सीएमओ के पकड़े पैर
दूसरी घटना नोएडा की है जहां रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिलने से एक मां ने अपना इकलौता बेटा खो दिया है. मां ने इंजेक्शन के लिए सीएमओं के पैर तक पकड़े लेकिन अपने बेटे को नहीं बचा पायी. इंजेक्शन के लिए गुहार लगाती मां को सीएमओ ने जेल भेजने तक की धमकी दे डाली.
यूपी में संसाधनों की कमी से गयी कई जान
नोएडा की दूसरी घटना में कई घंटे के इंतजार के बाद भी मरीज के लिए रेमडेसिविर नहीं मिल पाया तो बेबसी आंसू बहकर निकल पड़ी.इन सभी घटना के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ इंतजामों के चाहे कितने भी ढ़िढोरा पीटे जनता मानने को तैयार नहीं है कि यूपी में कोरोना से लड़ने के लिए संसाधनों की कमी नहीं है. एक के बाद एक घटना के कारण लोगों ने आक्रोश देखने को मिल रहा है. कई जगहों पर लोगों को अभी भी बेड नहीं मिल पा रहे हैं. तो कोई ऑक्सीजन के लिए भटक रहा है.