Muzaffarpur : बिहार के प्रमुख तकनीकी संस्थान MIT मुजफ्फरपुर में रैगिंग की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. MIT मुजफ्फरपुर एक बार फिर रैगिंग विवाद में घिर गया है. जूनियर छात्रों ने आरोप लगाया है कि सीनियर लगातार फोन कर उन्हें देर रात मैदान और सुनसान जगहों पर बुलाते थे. सुबह तक गाली-गलौच, मारपीट और मानसिक टॉर्चर किया.
ताजा घटना में जूनियर्स को रातभर टॉर्चर करने के आरोप में कॉलेज प्रशासन ने छह छात्रों को निलंबित कर दिया है. अब तक की जांच में मोबाइल कॉल रिकॉर्ड और फोटो के आधार पर दोषियों की पहचान की गई है. शिकायत के बाद कॉलेज प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए छह छात्रों को निलंबित कर दिया है और उन्हें हॉस्टल खाली करने का आदेश जारी किया है.
जूनियर छात्रों का आरोप है कि सीनियर्स ने देर रात मोबाइल कॉल कर उन्हें कॉलेज के मैदान में बुलाया. इसके बाद सुबह तक जबरन बैठाए रखा गया. इस दौरान गाली-गलौच, मारपीट, बाल खींचने और यहां तक कि सिगरेट पीने के लिए मजबूर करने जैसी हरकतें की गईं.
एंटी रैगिंग समिति की जांच में सिविल, आईटी, लेदर टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर साइंस विभाग के छह छात्रों को दोषी पाया गया. सभी को तुरंत निलंबित करते हुए हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया गया है. इसके साथ ही उनका बायोमीट्रिक आईडी भी बंद कर दिया गया है. कॉलेज प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि निलंबन तब तक जारी रहेगा, जब तक अनुशासन समिति का अंतिम निर्णय नहीं आ जाता.
यह पहला मामला नहीं है. 18 अगस्त 2024 को भी कैंपस में जूनियर्स को भोजपुरी के अश्लील गाना गाने के लिए मजबूर किया गया था. विरोध करने पर उनकी टी-शर्ट उतरवा दी गई और छात्राओं पर अश्लील टिप्पणियां की गईं. इसकी शिकायत यूजीसी के एंटी रैगिंग सेल तक पहुंची थी. पिछले वर्षों में भी MIT मुजफ्फरपुर में कई बार रैगिंग और उत्पीड़न के मामले सामने आ चुके हैं.
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