जिलेवार आपराधिक गिरोहों की सक्रियता : - रांची : पांच - रामगढ़ : तीन - हजारीबाग : तीन - चतरा : तीन - लातेहार : पांच - पलामू : चार - गढ़वा : तीन - धनबाद : एक - जमशेदपुर : एकइसे भी पढ़ें : भ्रष्टाचार">https://lagatar.in/jharkhand-so-far-7-ias-have-gone-to-jail-in-corruption-case-acb-arrested-the-principal-secretary-for-the-first-time/">भ्रष्टाचार
मामला : झारखंड में अब तक 7 IAS गए जेल, ACB ने पहली बार प्रधान सचिव को किया अरेस्ट प्रमुख आपराधिक गिरोह और उनके सदस्यों की संख्या संगठित आपराधिक गिरोहों में, पुलिस मुठभेड़ में मारे गए अमन साहू का गिरोह सबसे बड़ा है, जिसमें 162 सदस्य सक्रिय हैं. वहीं, फरार चल रहे प्रिंस खान गिरोह में 108 अपराधी शामिल हैं.
विभिन्न गिरोहों और उनकी सक्रियता का विवरण इस प्रकार है : - अमन साहू गिरोह (162 सदस्य) : रांची, रामगढ़, हजारीबाग, चतरा, लातेहार, पलामू और गढ़वा. - पांडेय गिरोह (54 सदस्य ) : रामगढ़, हजारीबाग, चतरा और पलामू. - अखिलेश सिंह गिरोह (30 सदस्य) : जमशेदपुर. - श्रीवास्तव गिरोह (52 सदस्य) : रांची, रामगढ़, हजारीबाग, चतरा और लातेहार. - प्रिंस खान गिरोह (108 सदस्य) : धनबाद. - अमन सिंह गिरोह (58 सदस्य) : धनबाद. - सुजीत सिन्हा गिरोह (46 सदस्य) : पलामू, गढ़वा, लातेहार और रांची. - डब्लू सिंह गिरोह (38 सदस्य) : पलामू, लातेहार, गढ़वा और रांची. - लव कुश शर्मा गिरोह (28 सदस्य) : रांची. - राहुल सिंह गिरोह (7 सदस्य) : लातेहार.झारखंड पुलिस की संगठित अपराध के खिलाफ कार्रवाई तेज झारखंड पुलिस ने संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है, जिसके परिणामस्वरूप हाल के महीनों में दो कुख्यात अपराधियों को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया है.
आलोक तुरी उर्फ राहुल तुरी का एनकाउंटर (11 जनवरी) : रामगढ़ और हजारीबाग पुलिस ने कुजू थाना क्षेत्र के मुरपा में मुठभेड़ के दौरान आलोक तुरी उर्फ राहुल तुरी को ढेर कर दिया था. आलोक तुरी के एक साथी को गिरफ्तार किया गया था. आलोक ने 8 जनवरी को उरीमारी के पोटंगा गांव में सीसीएल कर्मी संतोष सिंह की हत्या की जिम्मेदारी ली थी.
अमन साहू का एनकाउंटर (11 मार्च) : रायपुर जेल से रांची लाए जाने के दौरान पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश कर रहे कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था.ATS की मुहिम से गिरोहों पर लगाम झारखंड एटीएस की बढ़ती सक्रियता और पुलिस की आक्रामक रणनीति ने संगठित अपराधियों के हौसले पस्त किए हैं. गिरोहों के नेटवर्क को तोड़ने, अपराधियों को चिन्हित करने और धरपकड़ के लिए विशेष अभियान लगातार चलाए जा रहे हैं. राज्य पुलिस का यह रवैया स्पष्ट करता है कि झारखंड में संगठित अपराध के सफाए के लिए कठोर और निर्णायक कार्रवाई की जा रही है. इसे भी पढ़ें : Cannes">https://lagatar.in/cannes-2025-janhvi-kapoors-glamorous-debut-in-a-desi-look-pictures-go-viral-on-social-media/">Cannes
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