alt="" width="600" height="400" /> ठगी का मुख्य आरोपी दिलीप गुप्ता...[/caption]
अगले साल बाहर आ पायेंगे लालू..
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कैसे हुई ठगी
महिलाओं का कहना है कि दिलीप गुप्ता ने प्रत्येक महिलाओं से ग्रुप बनाकर दो-दो हजार यानी एक ग्रुप से बीस हजार रुपया ले लिये. दिलीप ने उन्हें बताया था कि ये पैसे उद्योग लगाने के लिए लिये जा रहे हैं. साथ ही ये पैसे अपने ही कंपनी गुप्ता ट्रेडर्स के नाम से ड्राफ्ट बनवाकर लिए गये. महिलाओं का आरोप है कि इस काम में उसके दो सहयोगी सोहन रविदास व त्रिभुवन सिंह भी शामिल थे. इसे भी पढ़ें- कार्यशाला">https://lagatar.in/farmers-learned-the-qualities-of-organic-farming-in-workshop-got-information-about-government-schemes/9373/">कार्यशालामें किसानों ने सीखे जैविक खेती के गुण, सरकारी योजनाओं की मिली जानकारी
फोन करने पर अभद्र भाषा का प्रयोग
महिलाओं को आश्वस्त किया गया था कि 20 अगस्त तक सभी महिलाओं को रोजगार से जोड़कर प्रत्येक महिला को आठ हजार वेतन दिया जाएगा. काफी समय बीत जाने के बाद ना तो उस योजना का लाभ मिला ना ही किसी प्रकार का मशीन. भुक्तभोगी महिलाओ के फोन करने पर महिलाओं के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता था. इसे भा पढ़ें- कार्यशाला">https://lagatar.in/farmers-learned-the-qualities-of-organic-farming-in-workshop-got-information-about-government-schemes/9373/">कार्यशालामें किसानों ने सीखे जैविक खेती के गुण, सरकारी योजनाओं की मिली जानकारी
स्थानीय नेता के साथ थाना पहुंची महिलाएं
महिलाओं ने इस बात की सूचना स्थानीय नेता गौतम कुमार को दी. इसके बाद गौतम कुमार के समझाने पर महिलाएं इचाक थाना पहुंची और मामले की रिपोर्ट दर्ज की गयी. खबर लिखे जाने तक एफआईआर करने की प्रक्रिया चल रही थी. गौतम कुमार ने कहा सरकारी योजनाओं में लाभ दिलाने के लिए बहुत सारे फर्जी व्यक्ति घूम रहे हैं फर्जी कागज योजना के बारे में बता कर लाभ दिलाने का ढाढस देते हैं, लेकिन वह पैसा लेकर भाग जाते हैं.उन्होंने प्रशासन से दोषी व्यक्तियों पर कानूनी कार्रवाई करने का मांग की. इसे भी पढ़ें- स्वीकृति">https://lagatar.in/in-jharkhand-948-roads-could-not-be-constructed-despite-acceptance-work-of-3378-roads-was-also-incomplete/9340/">स्वीकृतिके बावजूद नहीं बन पाईं 948 सड़कें, हजारों किलोमीटर सड़कों का काम अधूरा.
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