खर्च की गयी यह रकम बजट आकार का 84 प्रतिशत है. 29 मार्च तक सरकार के अनुमान के मुकाबले 4,000 करोड़ के राजस्व की कमी थी. इसलिए खर्च की गणना 1.26 लाख रुपये के बजट के आधार पर की गयी.हालांकि सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश करते वक्त 2024-25 का संशोधित बजट आकार 1.28 लाख करोड़ रुपये से बढ़ा कर 1.30 लाख करोड़ रुपये कर दिया था. विभागीय सूत्रो के अनुसार सरकार ने 29 तक खर्च की गयी राशि में से सिर्फ मार्च महीने में 22 हज़ार 988 करोड़ रुपये का खर्च दिखाया है. यानी सरकार ने मार्च महीने में कुल बजट का 18.4% राशि खर्च की.
समाप्त हो रहे वित्तीय वर्ष में 84% खर्च, 21,008 करोड़ सरेंडर होने की संभावना

Ranchi: चालू वित्तीय वर्ष (2024-25) का अब कुछ ही घंटे बचा हुआ है. इस वित्तीय साल में सरकार ने अपने घटे हुए बजट आकार का 84 प्रतिशत खर्च किया. वित्त विभाग के सूत्रो के अनुसार 21,008 करोड़ रुपये सरेंडर होने का अनुमान है. चालू वित्तीय वर्ष के दौरान सरकार ने ट्रेजरी से बिल की निकासी की अंतिम तिथि 29 मार्च निर्धारित की थी. 29 मार्च की इस निर्धारित तिथि तक सरकार ने अपने घटे हुए बजट आकार के मुकाबले 1.056 लाख करोड़ रुपये करने में कामयाबी हासिल की.
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