विरोध में सड़क जाम, मुआवजा व नौकरी पर सहमति के बाद उठा शव
Bhuli : आजाद नगर स्थित मस्जिद गेट के समीप मंगलवार 15 अगस्त की रात एक बाइक सवार सी ब्लॉक निवासी विजय कुमार साव के पुत्र सागर कुमार साव (28) की मौत हाइवा की चपेट में आने से हो गयी.मुआवजा को लेकर परिजन एवं स्थानीय लोगों ने शव को लेकर सड़क जाम कर दी. मुआवजा मिलने के बाद शव उठाया गया. इस कारण बुधवार को दिन के 11 बजे तक भूली-धनबाद मुख्य सड़क पर आवागमन बाधित रहा. प्राप्त सूचना के अनुसार मंगलवार की रात सागर घर से रिश्तेदार को लाने पल्सर गाड़ी संख्या जेएच 10 सी ए 7423 से धनबाद स्टेशन जा रहा था. तेज रफ्तार से कोयला लदा हाइवा भी भूली से धनबाद की ओर जा रहा था. बाइक सवार हाइवा का ओवरटेक कर रहा था, ठीक उसी समय विपरीत दिशा से एक टेम्पो आ रहा था. इसी बीच बाइक सवार का संतुलन बिगड़ा और वह हाइवा के पिछले हिस्से में घुस गया. उसका सिर बुरी तरह कुचल गया और घटनास्थल पर ही उसकी मृत्यु हो गई. स्थानीय लोगों की सूचना पर भूली ओपी पुलिस पहुंची व शव को जीप पर लादा तो आक्रोशित लोगों ने शव को उतार कर परिजनों को बुलाने की बात कही. लोग भूली पुलिस के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे. मृतक के परिजन भी पहुंचे व मुआवजे की मांग करने लगे. भीड़ को उग्र देख बैंक मोड, गोंदुडीह, ईस्ट बसूरिया की पुलिस भी दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गई. रात भर हंगामा होता रहा. सागर के पिता विजय कुमार साव सी ब्लॉक में सिंघाड़ा-चाय की दुकान चलाते हैं. सागर प्रवेट नौकरी करता था. वह तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था. घटना स्थल पर नेताओं का आगमन
बुधवार की सुबह से ही घटना स्थल पर नेताओं का जमावड़ा लगने लगा. सर्वप्रथम कांग्रेस जिलाध्यक्ष संतोष सिंह पहुंचे. इसके बाद बैभव सिन्हा एवं भूली के कांग्रेस नेता मनोज सिंह, दिनेश यादव, नौशाद खान आदि भी पहुंचे व घटना की जानकारी ली. धनबाद विधायक राज सिन्हा, भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्र शेखर सिंह, मनोज मालाकार,भूली मंडल अध्यक्ष सुमन सिंह, ललन मिश्रा, पूर्व पार्षद अशोक यादव, मनमोहन सिंह आदि पहुंचे व अधिकारियों से बात की. भूली ओपी में मुआवजे को लेकर संजय उद्योग प्राइवेट के लाइजनर राजेश यादव के साथ बैठक हुई, जिसमें पांच लाख, आठ हजार प्रतिमाह एवं एक व्यक्ति को नौकरी देने पर सहमति हुई. भूली-धनबाद के बीच आवागमन बाधित
मंगलवार की रात से बुधवार की सुबह 11 बजे तक भूली धनबाद मुख्य सड़क जाम के कारण प्रभावित रहा, जिससे स्कूल के छात्र-छात्राओं के अलावा कार्यालय जाने वाले लोगों को भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. [wpse_comments_template]
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