Dhanbad: लॉकडाउन और आर्थिक तंगी के कारण गिरिडीह के राजधनवार निवासी दिव्यांग कृष्णा यादव फुटपाथ पर रहने को मजबूर है. फिलहाल वह लुबी सर्कुलर रोड स्तिथ एक यात्री शेड में अपने परिवार के साथ रह रहा है. आस-पास के लोगों से मिलने वाली मदद के सहारे कृष्णा और उसके परिवार का भरण पोषण हो रहा है. कृष्णा ने बताया कि वह पहले सपरिवार मुंबई में रहता था. और चाय बेच कर परिवार का भरण पोषण कर लेता था. पिछले लॉकडाउन में किसी तरह मुंबई से वह अपने गांव गिरिडीह के राजधनवार पहुंचा. और किसी तरह गांव में अपने परिवार के साथ गुजर बसर करने लगा.
उन्होंने कहा कि पिछले महीने फिर से रोजगार की चाह में मुंबई जाने के लिए अपने परिवार के साथ निकला. लेकिन धनबाद पहुंचा तो मालूम हुआ कि, पूरा महाराष्ट्र कोरोना की चपेट में है. और वहां फिलहाल इस महामारी को लेकर कई प्रकार के प्रतिबंध हैं. लिहाजा उसने धनबाद में ही रहने का फैसला किया. फिलहाल कृष्णा धनबाद के लुबी सर्कुलर रोड स्थित यात्री शेड में रह कर रोजगार की तलाश कर रहा है. विडंबना है कि दिव्यांग होने के कारण कोई रोजगार नहीं मिला और घर भी वापस नहीं जा सकता. क्योंकि घर पर भी रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं है.
ऐसे में बस अब यहां के स्थानीय लोगों के सहारे ही जिंदगी की गाड़ी चल रही है. लेकिन इस कोरोना महामारी के चलते अब यह समझ में नहीं आ रहा है कि आगे की जिंदगी परिवार के साथ कैसे कटेगी.