पर्यावरण को संरक्षित करने का संदेश देता है सरहुल
संजय सेठ ने कहा कि सरहुल पर्यावरण को संरक्षित करने का संदेश देने वाला पर्व है, जो आज विश्व के लिए काफी महत्वपूर्ण है. झारखंड में सरहुल को अलग अंदाज में मनाने की परंपरा रही है. देश और दुनिया को इससे परिचित कराने के लिए पहली बार इसका आयोजन नई दिल्ली में किया जा रहा है.रांची में भी तैयारी पूरी
रांची में जगह-जगह सरहुल के संदेश वाले पोस्टर लगाए गए हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने राज्यवासियों को सरहुल की शुभकामनाएं दी हैं. सरहुल जुलूस को लेकर प्रशासन ने यातायात व्यवस्था भी दुरुस्त कर दी है. मुख्य सड़क से लेकर विभिन्न मार्गों पर जुलूस का रूट निर्धारित कर दिया गया है और पुलिस जवानों की तैनाती का निर्णय लिया गया है. इसे भी पढ़ें – करोड़ों">https://lagatar.in/opponents-of-the-bill-have-occupied-waqf-land-worth-crores-bill-will-be-presented-in-lok-sabha-on-april-2/">करोड़ोंकी वक्फ जमीन पर कब्जा किये हुए हैं बिल के विरोधी, 2 अप्रैल को लोकसभा में बिल होगा पेश!
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