Basant Munda
Ranchi: रविवार को रांची शहर ने भक्ति और परंपरा का अनूठा संगम देखा. इस अवसर पर विभिन्न मुहल्लों से अखाड़े धारियों ने रामनवमी शोभायात्रा लेकर अल्बर्ट एक्का चौक पहुंचे. यहां सभी अखाड़े धारियों द्वारा लाए गए झंडों का मिलान हुआ.
शहर के अलग-अलग मोहल्लों से करीब 1250 अखाड़ा धारी एकत्र हुए और देखते ही देखते अल्बर्ट एक्का चौक भगवा रंग में रंग गया. हर अखाड़ाधारी हाथ में लाठी, तलवार, फरसा जैसे पारंपरिक शस्त्रों के साथ सजे-धजे नजर आए.
उनके साथ चल रहे डीजे और वाद्य यंत्रों से “राम लखन जानकी की जय”, “बोलो हनुमान की जय” जैसे जयकारों की गूंज दूर-दूर तक सुनाई दी. बच्चे राम और हनुमान के वेश में लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे थे और हर गली, चौक और चौराहों पर जय श्रीराम के उद्घोष से वातावरण गूंज उठा था.
महिला अखाड़ा धारियों का अस्त्र-शस्त्र प्रदर्शन बना विशेष आकर्षण
रामनवमी शोभायात्रा में इस बार झांकी और अखाड़ा जुलूस दोनों एक साथ निकाले गए. इसमें महिला अखाड़े धारियों ने मुख्य चौराहे पर अस्त्र-शस्त्र का बेहतरीन प्रदर्शन किया और समरसता तथा समानता का जीवंत उदाहरण प्रस्तुत किया.
सैकड़ों स्थानों पर लगाए गए थे सेवा शिविर
रामनवमी के उत्सव पर शोभायात्रा की मार्ग पर सैकड़ों सेवा शिविर लगाए गए थे. पिस्कामोड़ से तपोवन मंदिर तक करीब 15-20 किलोमीटर की दूरी में शरबत, चना, प्रसाद और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई थी. हर चौराहे और मोड़ पर सेवा शिविरों ने भक्तों और अखाड़ा धारी भाइयों का स्वागत किया.
अस्त्र-शस्त्रों का रोमांचक प्रदर्शन
जैसे ही जुलूस अल्बर्ट एक्का चौक पहुंचा, वहां बनाए गए भव्य पंडाल में श्री महावीर मंडल केंद्रीय समिति के बैनर तले पारंपरिक अस्त्र-शस्त्रों का अद्भुत प्रदर्शन हुआ. लाठी, भाला, तलवार, बलुआ का बंदिश और गुहार खेल जैसी विधाओं ने दर्शकों का मन मोह लिया.
श्रद्धा, उत्साह और आस्था का अनूठा संगम
बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर किसी ने भगवा पोशाक, सिर पर पगड़ियां और गले में पट्टियां पहनकर इस जुलूस में भाग लिया. चारों ओर सिर्फ श्रद्धा, आस्था और भक्ति का अनुपम दृश्य प्रस्तुत हो रहा था.