New Delhi : कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा बिहार SIR पर दिये गये फैसले पर खुशी जाहिर की है. कांग्रेस ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से साफ कहा है कि SIR में आधार कार्ड को भी वैध दस्तावेज माना जाये.
सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से साफ कहा कि SIR में आधार कार्ड को भी वैध दस्तावेज माना जाए.
— Congress (@INCIndia) September 8, 2025
इस फैसले से नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग की वोट चोरी पर फिलहाल रोक लग गई है.
हालांकि, इनकी आदत बुरी है. ये वोट चोरी के लिए नई साजिश जरूर रचेंगे.
लेकिन याद रहे- कांग्रेस और देश की जनता अब ये…
The Election Commission must be named and shamed for its brazen non-compliance with the Supreme Court's directive to accept Aadhar as a proof of identity.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) September 8, 2025
Today, once again for the THIRD TIME, the Supreme Court reiterated the point that Aadhar must be accepted as a valid ID to…
इंडिया टुडे के कार्यक्रम में तीन पूर्व चुनाव आयुक्तों ने खुलकर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के रवैये को गलत बताया।
— Congress (@INCIndia) September 8, 2025
पूर्व चुनाव आयुक्त - एसवाई कुरैशी जी, अशोक लवासा जी और ओपी रावत जी ने कहा कि नेता विपक्ष राहुल गांधी जी से ऐफिडेविट मांगना सरासर गलत है।
अगर चुनाव में… pic.twitter.com/UtUHHdDYmw
कांग्रेस ने कहा कि इस फैसले से नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग की वोट चोरी पर फिलहाल रोक लग गयी है. कांग्रेस ने एक्स पर पोस्ट करते हुए तंज कसा कि हालांकि इनकी आदत बुरी है, ये वोट चोरी के लिए नयी साजिश जरूर रचेंगे. लेकिन याद रहे, कांग्रेस और देश की जनता अब ये खेल समझ चुकी है और हम किसी कीमत पर वोट चोरी नहीं होने देंगे.
कांग्रेस ने कहा कि नेता विपक्ष राहुल गांधी जी का साफ संदेश है कि हम लोगों के अधिकारों की रक्षा करेंगे. वोट के अधिकार को खत्म नहीं होने देंगे.
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया कि आधार को पहचान के प्रमाण के रूप में स्वीकार करने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का निर्लज्जतापूर्वक पालन न करने के लिए चुनाव आयोग का नाम उजागर किया जाना चाहिए और उसे शर्मिंदा किया जाना चाहिए.
जयराम रमेश ने कहा कि आज तीसरी बार सुप्रीम कोर्ट ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि मतदाताओं के पंजीकरण के लिए आधार को एक वैध पहचान पत्र के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग द्वारा जानबूझकर वैध मतदाताओं के पंजीकरण में असुविधा पैदा करने के लिए बार-बार बाधाएं उत्पन्न की जा रही हैं.
उन्होंने कहा कि आयोग ने राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त बीएलए को मान्यता देने से इनकार कर दिया है, आधार को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है. यहां तक कि अधिकारियों को केवल उसके द्वारा निर्धारित दस्तावेज़ों को ही स्वीकार करने के लिए नोटिस भी भेजे हैं.
इसके अलैावा कांग्रेस ने एक पोस्ट में इंडिया टुडे के कार्यक्रम का जिक्र कर कहा कि इसमें तीन पूर्व चुनाव आयुक्तों ने खुलकर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के रवैये को गलत करार दिया है, पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी, अशोक लवासा और ओपी रावत ने कहा कि नेता विपक्ष राहुल गांधी जी से ऐफिडेविट मांगना सरासर गलत है.
अगर चुनाव में गड़बड़ी की शिकायत हुई है, तो उसकी जांच होनी चाहिए. ज्ञानेश कुमार चुनाव आयोग का कर्तव्य नहीं निभा रहे हैं. कांग्रेस ने कहा कि ज्ञानेश कुमार को अब मोदी सरकार का पक्ष लेना बंद करना चाहिए, वोट चोरी बंद करनी चाहिए. देश उनकी ओर देख रहा है. उनको कभी माफ नहीं करेगा.
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