alt="" width="714" height="445" /> जुमार नदी की जमीन को समतल कर बनाया जा रहा रिवर व्यू गार्डन (फाइल)[/caption]
जांच में आरोप सही पाया गया था
रिवर व्यू प्रोजेक्ट के जरिये नदी की जमीन को बेचने की तैयारी में लगे भू-माफिया कमलेश समेत 8 लोगों के खिलाफ दर्ज मामले की जांच में पुलिस ने उनपर लगे आरोपों को सही पाया था. पुलिसिया जांच में यह स्पष्ट हो गया था कि कमलेश समेत 8 लोगों की संलिप्तता है. प्रारंभिक जांच में पाया गया था कि इस प्रोजेक्ट में आदिवासी जमीन की खरीद-फरोख्त, नदी की जमीन को अतिक्रमित करने और सरकारी जमीन पर गैरकानूनी तरीके से कब्जा करने समेत अन्य गंभीर कृत्यों को में इनकी संलिप्तता है. उन्होंने बताया कि केस ट्रू होने के बाद रांची पुलिस कमलेश की गिरफ्तारी में जुट गई थी.लगातार डॉट इन ने रिवर व्यू प्रोजेक्ट की असलियत सबके सामने लाई थी
इस मामले में लगातार">http://lagatar.in">लगातारडॉट इन ने रिवर व्यू प्रोजेक्ट की असलियत सबके सामने लाई थी. इस प्रोजेक्ट में आदिवासी और गैर-मजरूआ जमीन के साथ साथ बीएयू और नदी की जमीन भी बेचने के लिए प्रशासन पुलिस और जमीन कारोबारियों की साठगांठ का खुलासा हमने किया था. अब तक रिवर व्यू प्रोजेक्ट मामले में कांके के तत्कालीन सीओ और कर्मचारी सस्पेंड हो चुके हैं. बता दें कि कांके के नगड़ी मौजा में जुमार नदी का समतलीकरण कर उसे बेचे जाने की तैयारी की जा रही थी. 14 अलग-अलग प्लॉट की लगभग 20 एकड़ से ज्यादा भूमि को भी बेचने की कोशिश की जा रही थी. उक्त खाता और प्लॉट में ज्यादातर भूमि बकास्त भुइंहरी ,गैरमजरुआ मालिक, बीएयू अर्जित और गैरमजरुआ भुइंहरी पहनाई प्रकृति की हैं. इसे भी पढ़ें- भारत">https://lagatar.in/bharat-biotech-sends-trial-data-to-dcgi-reports-of-early-approval-of-covaxin-for-children/">भारत
बायोटेक ने DCGI को भेजा ट्रायल डेटा, बच्चों के लिए Covaxin को जल्द मंजूरी मिलने की खबर [wpse_comments_template]
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