Ranchi: भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू सामंती वाले बयान से राज्य के कार्यकर्ताओं में रोष है. इसे लेकर भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ज्योतिरीश्वर सिंह एक बार फिर मुखर हुए हैं. उनका कहना है कि भाजपा में बड़े पद पर रहकर महामंत्री आदित्य साहू राजद की भाषा बोल रहे हैं ,इसलिए दलहित में इन्हें तत्काल पदमुक्त किया जाना जरूरी है. इस पूरे मामले को लेकर श्री सिंह ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मंराडी, प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने कहा दल के आंतरिक मामलों को सार्वजनिक किये जाने के मुद्दे को उठाया तो आदित्य साहू को इसमें सामंतीपना नजर आने लगा. क्या दल और कार्यकता हित में बात करना सामंती होने का परिचायक है? जब इस सामंती शब्द पर सवाल उठने लगा तो पार्टी के एक प्रवक्ता इसे महामंत्री आदित्य साहू का निजी विचार बताने लगे.
पूर्व मोर्चा अध्यक्ष श्री सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में निजी विचार व्यक्त करने का अधिकार हमें पार्टी का संविधान देता है क्या? भाजपा मूल्यों और आदर्शों के साथ काम करने वाली पार्टी है. पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे मजबूती प्रदान की है तो आज नरेंद्र मोदी जैसे करिश्माई नेतृत्व, जिसका पूरा विश्व लोहा मान रहा है. आदित्य साहू जिस जाति सूचक भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, इससे उनकी संकीर्ण और जातिवाद से संक्रमित मानसिकता उजागर हो रही है. भाजपा में रह कर वह राजद संस्कृति को विकसित कर रहे हैं, इस पर अविलंब रोक लगाना दलहित में जरूरी है.
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