- डीसी-एसपी ने दी आदर्श आचार संहिता लागू होने की जानकारी
- जिले के मतदाता चुनते हैं 3 सांसदों को
Adityapur (Sanjeev Mehta) : सरायकेला-खरसावां डीसी सह निर्वाचन अधिकारी रवि शंकर शुक्ला और एसपी मनीष टोप्पो ने प्रेस कांफ्रेंस कर आगामी लोकसभा चुनाव से संबंधित जानकारी शनिवार को दी है. उन्होंने बताया कि जिले में खूंटी, रांची और सिंहभूम संसदीय क्षेत्र पड़ते हैं. चौथे और छठे चरण में यहां चुनाव होने हैं. 13 मई को सिंहभूम और खूंटी संसदीय सीट के लिए मतदान होंगे. इसकी अधिसूचना 18 अप्रैल से प्रभावी होगी. नामांकन की अंतिम तिथि 25 अप्रैल होगी, 26 अप्रैल को स्क्रूटनी और 29 अप्रैल को नाम वापसी की अंतिम तिथि निर्धारित है.
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जिले में सरायकेला विधानसभा सीट सिंभूम संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं जबकि खरसावां विधानसभा खूंटी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं. जबकि रांची संसदीय सीट के अंतर्गत ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र आते हैं. यहां 25 मई को वोट डाले जाएंगे. इसके लिए 19 अप्रैल को अधिसूचना जारी होगी, जबकि नामांकन की अंतिम तिथि 6 मई होगी. वहीं 7 मई को स्क्रूटनी और 9 मई को नाम वापसी की अंतिम तिथि होगी.
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जिले में कुल 8,69,919 मतदाता हैं. इसमें 4,35,965 पुरुष मतदाता, जबकि 4,33,941 महिला मतदाता हैं. अन्य मतदाताओं की संख्या 13 हैं. इसमें ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में कुल 2, 84, 167 मतदाता हैं. इसमें 1, 43, 563 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 1, 40, 602 महिला मतदाता और अन्य मतदाताओं की संख्या 2 हैं. सरायकेला विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 3,63,539 है. इनमें 1,81,874 पुरुष मतदाता, जबकि 1,81,656 महिला मतदाता है. वहीं अन्य मतदाता की संख्या 9 है. इसी तरह खरसावां विधानसभा में कुल 2,22,213 मतदाता है.
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इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,10,528 है जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1,11, 683 है. वहीं अन्य मतदाता की संख्या दो है. रांची संसदीय क्षेत्र के लिए निर्वाचन पदाधिकारी उपयुक्त रांची राहुल सिंह होंगे. जबकि सहायक निर्वाचन पदाधिकारी के रूप में चांडिल अनुमंडल पदाधिकारी शुभ्रा रानी होगी. इसी तरह सिंहभूम संसदीय क्षेत्र के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी उपायुक्त चाईबासा कुलदीप चौधरी होंगे. सरायकेला अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार प्रजापति सहायक निर्वाचन पदाधिकारी होंगे. वही खूंटी उपयुक्त लोकेश मिश्रा मुख्य निर्वाचन अधिकारी होंगे. इनके साथ सरायकेला अपर उपायुक्त संजय कुमार दास सहायक निर्वाची पदाधिकारी होंगे. डीसी ने रविशंकर शुक्ल ने बताया कि जिले में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न करने के लिए कुल 1053 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
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ईचागढ़ के लिए 340 मतदान केंद्र, जबकि सरायकेला के लिए 431 और खरसावां के लिए 282 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. उन्होंने बताया कि आदर्श आचार संहिता का पालन करना और करना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है उन्होंने जिले के लोगों से आदर्श आचार संहिता के नियमों का पालन करने की अपील की साथ ही प्रत्याशियों को चुनाव आचार संहिता के गाइडलाइन का पालन करते हुए चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा लेने की अपील की है उन्होंने बताया कि एक प्रत्याशी को 95 लाख खर्च करने की अनुमति होगी. वहीं एसपी मनीष टोप्पो बताया कि जिला पुलिस स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए तैयार है. जितने भी फोर्स की जरूरत होगी हमारे पास तैयार है. उन्होंने जिले के लोगों से पुलिस- प्रशासन को सहयोग की अपील की है.
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आदित्यपुर : ब्रेन हेम्ब्रेज से पत्रकार की मां का निधन
- टीएमएच प्रबंधन ने नहीं लिया था भर्ती
- युवा जनशक्ति मोर्चा ने उठाए पत्रकारों और उनके परिजनों की सुरक्षा पर सवाल
Adityapur (Sanjeev Mehta) : ब्रेन हेम्ब्रेज से गम्हरिया के वरिष्ठ पत्रकार गणेश सरकार की मां का शनिवार को ब्रह्मानंद अस्पताल तमोलिया में निधन हो गया है. शुक्रवार को उन्हें ब्रेन हेम्ब्रेज होने के बाद टीएमएच ले जाया गया था. जहां टीएमएच प्रबंधन ने आईसीयू में बेड रिक्त नहीं होने की बात कहकर भर्ती लेने से इंकार कर दिया था और उन्हें 5 घंटे तक इमरजेंसी में रखने के बाद ब्रह्मानंद अस्पताल रेफर कर दिया था. जहां आज उन्होंने दम तोड़ दिया. उनके निधन पर युवा जनशक्ति मोर्चा ने पत्रकारों और उसके परिजनों की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं. मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय झा ने कहा है कि पत्रकार की मां के निधन के लिए टीएमएच प्रबंधन जिम्मेवार है. अगर कल उन्हें आईसीयू में भर्ती कर लिया जाता तो शायद उनकी जान बच सकती थी.
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उन्होंने कहा कि पत्रकार की माता को ब्रेन हेम्ब्रेज के बाद टाटा मेन हॉस्पिटल में मेडिकल सुविधा नहीं मिलना यह काफ़ी निंदनीय है. उन्होंने कहा कि इसी क्षेत्र से मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री आते हैं जहां मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिला यह सोचनीय है. ये गंभीर विषय है, युवा जनशक्ति मोर्चा इसके लिए पत्रकार और उसके परिजनों के लिए हक की लड़ाई लड़ेगी. वे सभी मीडिया कर्मी और उनके परिजनों की सुरक्षा के लिए फास्ट टैग का गठन करने की मांग करते हैं. ताकि किसी भी प्रकार की समस्या अगर पत्रकारों के समक्ष आये तो उन्हें प्रशासनिक और चिकित्सकीय सुविधाएं मिल सके.
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