चिह्नित ब्लैक स्पॉट को नहीं किया गया दुर्घटना रहित
Adityapur : आदित्यपुर-कांड्रा मुख्य मार्ग की स्थिति भगवान भरोसे है. इस मार्ग पर रात में भगवान भरोसे ही दोपहिया और तिपहिया वाहन चलते हैं. बता दें कि दो वर्ष पूर्व पूरे मुख्य मार्ग पर कांड्रा तक स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए सड़क निर्माण एजेंसी ने एक करोड़ रुपए का प्राक्कलन तैयार कर प्रस्ताव भेजा था, जो अब तक अधूरा है. आदित्यपुर-कांड्रा मेन रोड पर 15.1 किलोमीटर तक पर स्ट्रीट लाइट लगानी थी. लेकिन 15.1 किलोमीटर में से मात्र 6 किलोमीटर में ही 520 पोल पर स्ट्रीट लाइट लगाई गई है. 9.1 किलोमीटर सड़क अंधेरे में है. इस मार्ग पर बेतहाशा सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने ब्लैक स्पॉट चिह्नित कराए थे. उस पर भी कोई पहल नहीं हुई और ब्लैक स्पॉट को दुर्घटना रहित करने के कोई उपाय नहीं किए गए. इसके अलावा जिला प्रशासन ने मुख्य मार्ग के 10 चौक चौराहों पर लाइट सिग्नल लगाने के लिए सर्वे कराया गया था, वह भी ठंडे बस्ते में है. इस मार्ग पर खासकर रात में सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. 2023 में 90 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई थी. इस वर्ष भी अब तक 50 सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा पार हो चुका है.
क्या बनी थी योजना
मुख्य मार्ग पर एक करोड़ रुपये की लागत से आदित्यपुर-कांड्रा मुख्य मार्ग पर स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए सड़क निर्माण एजेंसी जेएआरडीसीएल ने प्राक्कलन तैयार कर पथ निर्माण विभाग को प्रस्ताव भेजा था. इसके तहत आदित्यपुर-कांड्रा मेन रोड पर 15.1 किलोमीटर तक पर स्ट्रीट लाइट लगानी थी. लेकिन मात्र 6 किलोमीटर में ही 520 पोल पर स्ट्रीट लाइट लगाई गई है. 9.1 किलोमीटर सड़क अंधेरे में है. जेएआरडीसीएल के स्थानीय प्रोजेक्ट मैनेजर सत्या प्रमोद ने बताया कि पथ निर्माण विभाग सरायकेला को 2 साल पूर्व यह प्रस्ताव भेजा था. बता दें कि वर्तमान में आदित्यपुर-कांड्रा मेन रोड की 15.1 किलोमीटर की लंबी पथ पर महज 6 किलोमीटर में 520 पोल पर ही स्ट्रीट लाइट लगी है.
ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित स्पॉट
टोल ब्रिज मोड़ से केंदू पेड़ तक 800 मीटर और केंदू पेड़ से टीचर्स ट्रेनिंग मोड़ तक कुल 1200 मीटर सड़क ब्लैक स्पॉट के रूप में पथ निर्माण विभाग ने चिन्हित किया है. बता दें कि टाटा कांड्रा रोड पर खरकई ब्रिज से लेकर आरआईटी मोड़ और टीचर्स ट्रेनिंग मोड़ से लेकर उषा मोड़ तक मेन रोड और सर्विस रोड में कुल 303 पोल लगे हुए हैं. इसमें 210 पोल में मुख्य मार्ग पर डबल आर्म वाले एवं लगभग 100 पोल सर्विस रोड में सिंगल आर्म वाले स्ट्रीट लाइट लगे हुए हैं. सभी पोल के आर्म पर 400 वाट का सोडियम वेपर लैंप लगा हुआ है. 90 फीसदी रोड लाइट खराब होने के कारण इस मार्ग पर चलने वालों विशेषकर दोपहिया वाहन, साइकिल चालकों एवं पैदल यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लाइट खराब रहने के कारण कई बार प्रशासनिक समस्याएं भी सामने आ रही हैं.
पूरी सड़क पर स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग
आदित्यपुर विकास समिति के अध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह ने सड़क दुर्घटना में वृद्धि और डेढ़ साल में करीब 200 लोगों की जान जाने का हवाला देते हुए आइएलएफएस के रिजनल हेड राजीव सिन्हा और पथ निर्माण विभाग से टाटा-कांड्रा मार्ग में सभी जगह रोड लाइट लगाने की मांग कर चुके हैं. वर्तमान में सिर्फ खरकई ब्रिज से आरआईटी मोड़ एवं टीचर्स ट्रेनिंग मोड़ से उषा मार्टिन मोड़ तक ही स्ट्रीट लाइट लगा हुआ है.
Leave a Reply