Adityapur (Sanjeev Mehta) : टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट लिमिटेड की जनसुनवाई का ग्रामीणों के भारी विरोध के बावजूद टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट के 971.34 करोड़ की लागत से स्टील प्लांट के विस्तार योजना को मंजूरी दी गई है. ऑटो क्लस्टर सभागार में सोमवार को जनसुनवाई में जो बातें सामने आई है उसके अनुसार 971.34 करोड़ रुपये की लागत से स्टील प्लांट का विस्तार होगा. जनसुनवाई के दौरान राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा भी पहुंचे थे. उनकी अगुवाई में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता के साथ भाजपा के नेता, आजसू पार्टी से जुड़े लोग और विस्थापित लोग जनसुनवाई का विरोध करने बड़ी संख्या में पहुंचे थे. जनसुनवाई में कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष अंबुज कुमार भी मौजूद थे. उन्होंने भी जनसुनवाई का विरोध किया. सोमवार को हुई जनसुनवाई में टीएसएलपीएल ने कई प्रस्ताव पेश किये. जिनमें मौजूदा सिंटर संयंत्र (0.95 एमटीपीए), नाइट्रोजन संयंत्र (39 टीपीडी) और उत्पादक गैस इकाइयों (3X3000 एनएम /घंटा) का नियमितीकरण करने का प्रस्ताव है.
इसे भी पढ़ें : बेरोजगारी से जूझ रहे युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, लड़की ने जहर खाकर दी जान
नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का दिया प्रस्ताव
इसके अलावा मिनी ब्लास्ट फर्नेस (एमबीएफ) (0.65-0.8 एमटीपीए), सिंटर प्लांट (0.95-1.0 एमटीपीए), स्टील मेल्टिंग शॉप्स (एसएमएस) (70 टीवीडी), लाइम कैल्सीनिंग प्लांट (एलसीपी) (220- 600 टीपीडी) और कैप्टिव पावर प्लांट (सीपीपी) (135-140 मेगावाट) जैसी मौजूदा संयंत्र सुविधाओं का विस्तार और प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों के साथ आधुनिकीकरण करने का प्रस्ताव कंपनी ने दिया है. नए ऑक्सीजन प्लांट (250 टीपीडी) और मेटल रिकवरी प्लांट (200 टीपीडी) की स्थापना का भी प्रस्ताव कंपनी ने दिया है. इससे इस्पात संयंत्र के लिए कच्चे माल की कुल आवश्यकता 6.64 एमटीपीए से बढ़कर 7.5 एमटीपीए हो जाएगी. इसे मौजूदा स्रोतों से प्राप्त किया जाएगा.
इसे भी पढ़ें : तांतनगर : शहीद गंगाराम को शहदत दिवस पर दी जाएगी श्रद्धांजलि
बढ़ेगी बिजली की खपत, जेएसईबी से खरीदेगी कंपनी
संयंत्र की अधिकतम बिजली आवश्यकता वर्तमान 163 मेगावाट से बढ़कर 180 मेगावाट हो जाएगी. इसमें से 140 मेगावाट घरेलू उत्पादन होगा और शेष जेएसईबी से खरीदा जाएगा. संयंत्र के लिए मेकअप पानी की आवश्यकता वर्तमान में 22230 घन मीटर/दिन से बढ़कर 22727 घन मीटर प्रति दिन हो जाएगी. टीएसएलपीएल के पास पहले से ही सुवर्णरेखा नदी से 22740 घन मीटर प्रति दिन की निकासी के लिए जल संसाधन विभाग, झारखंड सरकार से अनुमति प्राप्त है. प्रस्तावित आधुनिकीकरण और विस्तार गतिविधियां पूरी तरह से मौजूदा संयंत्र क्षेत्र के भीतर मौजूदा बुनियादी ढांचे और उपयोगिताओं का उपयोग करके की जाएंगी. प्रस्तावित परिवर्तनों की अनुमानित कुल लागत लगभग रु. 971.34 करोड़ रुपये हैं. संचालन चरण के दौरान परियोजना से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की संभावना का भी प्रस्ताव है.
Leave a Reply