: भाजपा ने चलाया महाजनसंपर्क अभियान, बांटा पर्चा
विस्थापित अब करो या मरो की लड़ाई लड़ने को मजबूर
[caption id="attachment_685136" align="aligncenter" width="600"]alt="" width="600" height="400" /> सुवर्णरेखा प्रशासक कार्यालय समक्ष पिछले छह माह से धरना पर बैठे मनोहर महतो.[/caption] वर्तमान में सुवर्णरेखा प्रशासन 185 आरएल जल संग्रहण का निर्णय ले ली है जिसका मतलब 60 गांव पूर्णतः डूब जाएगा. ऐसे में अब हमलोगों ने अंतिम लड़ाई का निर्णय लिया है. यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाता है. जरुरत पड़ी तो हमलोग डैम का सभी फाटक खोलकर डैम खाली करेंगे और अपनी अपनी जमीन पर खेती गृहस्थी करेंगे. बता दें कि सुवर्णरेखा प्रशासक कार्यालय पर ही मनोहर महतो नामक विस्थापित पिछले छह माह से धरना पर बैठे हैं. राज्य की सरकार कान में तेल डालकर सो रही है. इन सभी मामलों का निष्पादन एक महीने में नहीं हुआ तो अब विस्थापित करो या मरो की लड़ाई लड़ने को मजबूर होंगे. [wpse_comments_template]