Adityapur (Sanjeev Mehta) : वीर सिदो-कान्हू स्मारक विकास सेवा समिति मीरुडीह द्वारा शुक्रवार को मीरुडीह चौक पर हूल दिवस मनाया गया. सर्वप्रथम सिदो-कान्हू की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया. फिर समिति के लोगों ने पूजा की. मौके पर भाजपा नेता बास्को बेसरा, शैलेंद्र सिंह, आरआईटी मंडल अध्यक्ष अमितेश अमर ने कहा कि देश की आजादी का पहला आंदोलन हूल दिवस था. इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-all-jharkhand-students-union-celebrated-hool-day-in-dimna-paid-tribute-to-the-martyrs/">जमशेदपुर
: अखिल झारखंड छात्र संघ ने डिमना में मनाया हूल दिवस, शहीदों को दी श्रद्धांजलि इसके प्रणेता सिदो-कान्हू थे. 1855 में अंग्रेजों ने सिदो-कान्हू को फांसी दे दी थी. उसी समय से 30 जून को हूल दिवस मनाया जाता है. कार्यक्रम के आयोजन में समिति के अध्यक्ष डॉ बेसरा के साथ सदस्य रामेश्वर मार्डी, मंगल टुडू, मधुसुदन मार्डी, चैतन्य मुर्मू आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा. [wpse_comments_template]
आदित्यपुर : देश की आजादी का पहला आंदोलन था हूल दिवस : बास्को

Leave a Comment