ADITYAPUR ( Sanjeev Mehta) : आदित्यपुर स्थित एनआईटी जमशेदपुर में तैनात होमगार्डों को प्रबंधन ने मंत्रालय के आदेश से हटाने की प्रक्रिया आरंभ की है. इस बात से बिफरे होमगार्ड जवान बुधवार को अहले सुबह संस्थान के अंदर कैम्पस सड़कों पर उतरकर प्रबंधन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की और एनआईटी प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. इस आंदोलन में होमगार्ड्स के जवान के साथ छह महीने से धरना पर बैठे अनुकंपा आश्रितों के परिजन भी उनके समर्थन में आ गए और कैम्पस में जमकर हो हंगामा किया. वहीं इस संबंध में प्रबंधन की ओर से प्रवक्ता सुनील कुमार भगत ने कहा कि मंत्रालय के आदेशानुसार अब संस्थान में पूर्व सैनिक ही सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे. जिसके लिए जैम पोर्टल पर टेंडर किए गए हैं साथ ही धीरे-धीरे होमगार्ड को यहां से हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई है.
इसे भी पढ़ें :चाकुलिया : पेड़ों के सामूहिक संहार से मैदान बन रहे हैं जंगल, पेड़ों के हजारों ठूंठ दे रहे हैं गवाही
प्रदर्शन करने को मजबूर
चूंकि अब पूर्व सैनिक के हाथों सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी जानी है, ऐसा मंत्रालय का आदेश मिला है. इसी बात से होमगार्ड के जवान गुस्से में हैं और पूर्व से धरना पर बैठे अनुकम्पा आश्रितों को भड़काकर उनके साथ प्रदर्शन कर रहे हैं जो कि गलत है. उन्होंने कहा कि प्रबंधन होमगार्ड के समादेष्टा को पत्र लिखकर उन्हें संस्थान से हटाने का आग्रह भी कर चुकी है. वहीं होमगार्ड के आंदोलन को समर्थन कर रहे अनुकंपा आश्रितों के नेतृत्व कर्ता शंकर नायक ने बताया कि एनआईटी प्रबंधन स्थानीय लोगों को नजरअंदाज कर यूपी, बिहार, बंगाल के लोगों को ठेके पर नौकरी देने जा रही है जबकि छह माह से धरना पर बैठे अनुकंपा आश्रितों को केवल भरोसा और आश्वासन दे रही है. अब संस्थान से वर्षों से तैनात होमगार्ड को भी हटा रही है. इसके विरुद्ध वे लोग एकजुट होकर आज प्रदर्शन करने को मजबूर हूं.
इसे भी पढ़ें :बहरागोड़ा : सड़क पर बह रहा नाला का गंदा पानी, ग्रामीण परेशान
प्रबंधन से शीघ्र निर्णय लेने की अपील
वहीं अनुकंपा आश्रितों के समर्थन में मंत्रालय से पत्राचार कर चुके भाजपा नेता राकेश रमन चौधरी भी प्रबंधन के नीतियों का विरोध करते हुए थर्ड और फोर्थ ग्रेड में अनुकंपा आश्रितों को नौकरी देने और स्थानीय लोगों को ही नियुक्त करने का समर्थन किया है. अहले सुबह एनआईटी कैम्पस के सड़कों पर उतरे होमगार्ड्स को समझा बुझाकर आरआईटी थाना प्रभारी सागर लाल महथा ने शांत कर दिया है. प्रबंधन को शांति वार्ता कर संस्थान में शांति बहाल करने की अपील की है, चूंकि शिक्षण संस्थानों में ऐसे प्रदर्शन से बाहर से शिक्षा ग्रहण करने आये छात्रों की पढ़ाई इससे बाधित होती है इसलिए प्रबंधन को सोच समझकर शीघ्र निर्णय लेने की अपील की है.
इसे भी पढ़ें :बहरागोड़ा : सड़क पर बह रहा नाला का गंदा पानी, ग्रामीण परेशान
Leave a Reply