Adityapur : टाटा-कांड्रा, कांड्रा-चौका, सरायकेला-राजनगर की सड़कें तो अच्छी बनाई गई है, लेकिन सड़कों पर दौड़ रहे ओवरलोडेड वाहनों को देखने वाला कोई नहीं है. ओवरलोडेड वाहनों से स्क्रैप के लोहे के टुकड़े, धूल के कण आदि सड़कों पर गिरते हैं, जिससे लोगों का स्वास्थ्य खतरे में है. इन वाहनों से उड़ने वाले फ्लाई ऐस के धूलकणों से लोगों के आंखें खराब हो रही है. वहींं, अधिकतर जगह सड़कों पर ट्रांसपोर्टरों ने कब्जा कर लिया है. विदित हो कि टाटा- कांड्रा मार्ग के सर्विस रोड पर बुरी तरह से ट्रांसपोर्टरों ने कब्जा जमा लिया है. शेरे पंजाब चौक से लेकर कांड्रा टॉल ब्रिज तक सर्विस रोड का अतिक्रमण हो चुका है. सर्विस रोड तो गाड़ियों के पार्किंग स्थल में तब्दील हो चुकी है, जिसे देखने वाला कोई नहीं.
इसे भी पढ़े : जमशेदपुर : सैरात बाजार मामले में स्वास्थ्य मंत्री ने दुकानदारों को न्याय संगत कार्रवाई करने का दिया भरोसा
जांच के नाम पर की जाती है खानापूर्ति
उल्लेखनीय है कि राजनगर में रूंगटा माइंस, कांड्रा की तीन बड़ी कंपनियां अमलगम स्टील, आधुनिक पवार और नीलांचल, आदित्यपुर में वरुण बेवरेज के समीप सड़कों पर होने वाले ट्रकों के पार्किंग के कारण कई दुर्घटनाएं घट चुकी है. बावजूद इसके न तो प्रशासन जागा है न ही परिवहन विभाग. जिला प्रशासन भी जांच के नाम पर खानापूर्ति करती है. वैसे परिवहन विभाग की ओर से दावे तो कई किए जाते हैं. लेकिन जांच के नाम पर महज दिखावटीपन की जाती है. सघनता से यदि जांच हो जाए तो दिन भर में सैकड़ों वाहन अवैध पार्किंग और अवैध रूप से ओवरलोड परिवहन करते पकड़े जा सकते हैं.
इसे भी पढ़े : जमशेदपुर : अर्पण संस्था का समर्पण व सेवाभाव प्रशंसनीय – सरयू राय