Search

Adityapur : लोस चुनाव में शहर के 150 मतदान केंद्रों पर औसत से कम हुआ था मतदान - डीसी

  • लिटरेचर फेस्टिवल के माध्यम से चलाया मतदाता जागरूकता अभियान
  • दो दिन तक होगी साहित्यिक परिचर्चा
  • 10 भाषाओं के 42 साहित्यकार, आलोचक और वक्ता ले रहे हैं हिस्सा
Adityapur (Sanjeev Mehta) : शुक्रवार और शनिवार को आदित्यपुर के ऑटो क्लस्टर परिसर में लिटरेचर फेस्टिवल के माध्यम से मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. यहां यह फेस्टिवल करने का उद्देश्य शहरी मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक करना है. चूंकि लोकसभा चुनाव 2024 में शहरी क्षेत्र के 150 मतदान केंद्र पर औसत से भी कम मतदान हुआ था. उक्त बातें जिले के उपायुक्त (डीसी) रविशंकर शुक्ला ने लिटरेचर फेस्टिवल के शुभारंभ के दौरान कही. उन्होंने बताया कि जिले में 18 से 25 साल के मतदाताओं की संख्या 25 फीसदी है, वहीं, जिले में करीब 100 मतदाता सौ वर्ष पूरे करने वाले हैं. उन्होंने कहा कि इस विधानसभा चुनाव में मतदान की प्रतिशतता बढ़ाना उनकी प्राथमिकता है. बता दें कि इस फेस्टिवल में आदित्यपुर के ऑटो क्लस्टर में कोल्हान प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले सभी उच्च शिक्षण संस्थान, सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक संगठन के लोग जुटे हैं, जो दो दिनों तक साहित्यिक परिचर्चा करेंगे. इसमें 10 भाषाओं के 42 साहित्यकार, आलोचक और वक्ता हिस्सा ले रहे हैं. इसे भी पढ़ें : Ghatshila">https://lagatar.in/ghatshila-election-commission-announced-the-date-under-pressure-from-the-central-government-ramdas-soren/">Ghatshila

: केंद्र सरकार के दबाव में चुनाव आयोग ने की तिथि की घोषणा – रामदास सोरेन
उपायुक्त ने कहा कि सरायकेला "द लैंड ऑफ छऊ" के नाम से देश दुनिया में चर्चित हैं. इस लिटरेचर फेस्टिवल का उद्देश्य जिले की गौरवशाली परंपरा को कायम रखने के साथ युवाओं और बच्चों को कला संस्कृति और किताबों से जोड़ना है. साथ ही उन्हें मतदान के प्रति जागरूक भी करना है. लिटरेचर फेस्टिवल आयोजन की रूपरेखा साहित्य कला फाउंडेशन ने तैयार की है. फेस्टिवल में दोनों दिन सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन होगा. इसमें भारतीय फिल्म जगत के मशहूर अभिनेता अखिलेंद्र मिश्रा "स्वामी विवेकानंद का पुनर्पाठ" के नाम से एकल नाटक प्रस्तुत करेंगे. इसके अलावा कवि सम्मेलन का आयोजन होगा. युवा साहित्यकार नीलोत्पल मृणाल और सत्या व्यास नई पीढ़ी को किताबों का महत्व समझाएंगे. वरिष्ठ स्तंभकार पुष्पेश पंत और हिंदी के चर्चित साहित्यकार उदय प्रकाश महोत्सव में शामिल हो रहे हैं. कार्यक्रम में संताली, हो सहित दूसरी जनजातीय भाषाओं, उड़िया, बांग्ला, अंग्रेजी, उर्दू, हिंदी, मैथिली, भोजपुरी जैसी भाषाओं में मौजूदा समय में लिखी जा रही रचनाओं पर बात होगी. इसमें कोल्हान प्रमंडल के शिक्षा जगत, साहित्य जगत के साथ-साथ सामाजिक, सांस्कृतिक संगठन के लोग आमंत्रित किए गए हैं. इसे भी पढ़ें : Baharagoda">https://lagatar.in/baharagoda-former-mlas-wife-participated-in-lakshmi-and-mansa-puja/">Baharagoda

: पूर्व विधायक की पत्नी ने लक्ष्मी व मनसा पूजा में की शिरकत
[wpse_comments_template]

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp