LagatarDesk : विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आखिरकार 2 महीने बाद थम गयी. 20 मई को समाप्त हुए सप्ताह में देश का भंडार 4.23 अरब डॉलर बढ़कर 597.509 अरब डॉलर पर पहुंच गया. आरबीआई ने शुक्रवार को आंकड़ा जारी करके इसकी जानकारी दी है. (पढ़े, सुबह की न्यूज डायरी)
1 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया था विदेशी मुद्रा भंडार
बता दें कि इससे पहले 13 मई को खत्म हुए सप्ताह में यह 2.676 अरब डॉलर घटकर 593.279 अरब डॉलर रह गया था. वहीं 6 मई को खत्म हुए सप्ताह में यह 1.774 अरब डॉलर घटकर 595.954 अरब डॉलर रह गया था. वहीं 29 अप्रैल को खत्म हुए समाप्त में यह 2.695 अरब डॉलर कम होकर 597.73 अरब डॉलर रह गया था. यह आंकड़ा 5 मई 2021 यानी 1 साल का सबसे निचला स्तर था.
फॉरेन करेंसी एसेट्स बढ़कर 533.378 अरब डॉलर पर पहुंची
आरबीआई के मुताबिक, फॉरेन करेंसी एसेट्स (एफसीए) बढ़ने के कारण विदेशी मुद्रा भंडार में भी बढ़ा है. विदेशी मुद्रा भंडार में एफसीए का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. फॉरेन करेंसी एसेट्स में डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं को भी शामिल किया जाता है. रिपोर्टिंग वीक में भारत की एफसीए (FCA) 3.825 अरब डॉलर बढ़कर 533.378 अरब डॉलर हो गयी. इससे पहले 13 मई को समाप्त हुए सप्ताह में एफसीए 1.302 अरब डॉलर घटकर 529.554 अरब डॉलर रह गयी थी.
गोल्ड रिजर्व में 25.3 करोड़ डॉलर का इजाफा
रिपोर्टिंग वीक में गोल्ड रिजर्व 25.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 40.823 अरब डॉलर हो गया. वहीं 20 मई को खत्म हुए सप्ताह में इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी आईएमएफ (IMF) में मिला स्पेशल ड्राइंग राइट (Special Drawing Rights) 10.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.306 अरब डॉलर हो गया. वहीं देश का आरक्षित मुद्रा भंडार 5.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.002 अरब डॉलर पहुंच गया.
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भारत के पास केवल 10 महीने के आयात के लिए बचा कोष
मालूम हो कि आरबीआई ने कुछ दिन पहले स्टेट ऑफ इकोनॉमी रिपोर्ट जारी की थी. रिपोर्ट में बताया गया कि आरबीआई ने मार्च 2022 में 20 अरब डॉलर अपने मुद्रा कोष से बेचे. वहीं 6 मई तक भारत के पास विदेशी मुद्रा भंडार में केवल 596 अरब डॉलर बचे थे. जिससे केवल 10 महीने तक आयात किया जा सकता है. वहीं 20 मई तक भी देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 597.509 अरब डॉलर बचे हैं.
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