- डोर्सी और कंपनी के टॉप एग्जीक्यूटिव ने एक अरब डॉलर के शेयर्स बेच डाले
- प्रीमार्केट ट्रेड में ब्लॉक इंक के शेयर में 18 फीसदी की गिरावट
Washington : अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग ने अडाणी समूह पर आरोप लगाने के ठीक दो माह बाद टेक्नोलॉजी कंपनी ब्लॉक इंक पर निशाना साधा है. कंपनी और इसके प्रमुख जैक डोर्सी पर हेराफेर समेत कई गंभीर आरोप लगाये हैं. हिंडनबर्ग रिसर्च ने गुरुवार को कहा कि उसने ब्लॉक इंक के शेयर्स को शॉर्ट किया है. कंपनी ने यूजर काउंट को बढ़ाकर दिखाया तो कस्टमर बनाने पर आए खर्च को घटाकर दिखाया है. हिंडनबर्ग के रिपोर्ट के सामने आने के बाद प्रीमार्केट ट्रेड में ब्लॉक इंक के शेयर में 18 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है.
उपभोक्ताओं और सरकार के खिलाफ धोखाधड़ी का इरादा
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बीते दो सालों के इवेस्टीगेशन में उसने पाया कि ब्लॉक इंक ने व्यवस्थित रूप से उस डेमोग्राफिक्स का लाभ उठाया है, जिसकी मदद करने का वो दावा करता है. उसके बिजनेस के पीछे का जादू डिरप्टिव इनोवेशन नहीं है, बल्कि उपभोक्ताओं और सरकार के खिलाफ धोखाधड़ी करने का इरादा है. साथ ही रेग्युलेशन से बचने, प्रीडेटरी लोन के ड्रेसअप, रिवोल्युशनरी टेक्नोलॉजी , निवेशकों को भ्रमित और मेट्रिक्स को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया है. हिंडनबर्ग के मुताबिक उसने पूर्व कर्मचारियों, पार्टनर्स और उद्योग विशेषज्ञों के साथ बात की, जो इसमें शामिल थे. उसने रेग्युलेटरी और मुकदमेबाजी के रिकॉर्ड की भी समीक्षा की है और उसके अलावा एफओआईए और अनुरोधों वाले सार्वजनिक रिकॉर्ड का अध्ययन किया है.
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जैक डोर्सी ने 5 बिलियन डॉलर का साम्राज्य खड़ा कर लिया है. साथ ही आरोप लगाया कि डोर्सी और कंपनी के टॉप एग्जीक्यूटिव ने एक अरब डॉलर के शेयर्स बेच डाले हैं. जैक डोर्सी ट्विटर के को-फाउंडर और सीईओ रह चुके हैं.
NEW FROM US:
Block—How Inflated User Metrics and “Frictionless” Fraud Facilitation Enabled Insiders To Cash Out Over $1 Billionhttps://t.co/pScGE5QMnX $SQ
(1/n)
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) March 23, 2023
अडाणी समूह पर भी स्टॉक्स में हेराफेरी का आरोप लगाया था
इससे पहले 24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी समूह के शेयरों को शॉर्ट किया था. रिसर्च रिपोर्ट में अडाणी समूह पर स्टॉक्स में हेराफेरी और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट जारी की थी. रिसर्च रिपोर्ट में समूह पर भारी भरकम बकाये कर्ज का मसला भी उठाया गया था, जिसके बाद अडाणी समूह के शेयर बाजार में लिस्टेड स्टॉक्स में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के जारी होने के बाद स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड अडाणी समूह के सभी 10 शेयरों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 19 लाख करोड़ रुपये से घटकर 7.11 लाख करोड़ रुपये पर आ गया था.
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