Ranchi: झारखंड मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि उनके निधन से मन व्यथित है. ईश्वर उनकी पवित्र आत्मा को शांति प्रदान करे. दुनिया के हर कोने में जहां भी भारतीय रहते हैं, वहां शारदा सिन्हा के छठ की गीत बजती है. अखबारों में आज एक विज्ञापन देखा है. शारदा सिन्हा के निधन से मन आहत है. पूरा मामला काला धन का है. विज्ञापन में सहारा के डूबे हुए धन को दिलाने की बात कही गई है. वह बुधवार को हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त ही यह क्यों आया, इसपर चिंतन करना चाहिए. सहारा में निवेश करने वाले लोगों का धन असुरक्षित हो गया. देशभर का यह मामला है और मामला सुप्रीम कोर्ट गया, 29 मार्च 2023 को सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला आया कि रिफंड पोर्टल पर 5 हजार करोड़ रुपए जमा करवाया गया. 19 जुलाई 2023 को एक पोर्टल लांच किया गया. सीआरसीएस को यह 5 हजार करोड़ देने के लिए कहा गया, 15 से 45 दिन के अंदर आवेदन और भुगतान की बात कही गई. करोड़ों लोगों ने आवेदन भी भर दिया. लेकिन 5 हजार करोड़ रुपए में से 5 रुपए किसी को नहीं मिला. अमित शाह गृह मंत्री बने विशेष कर कोऑपरेटिव मिनिस्टर बनाया गया. 2024 आ गया, लेकिन किसी को पैसा नहीं मिला. सहारा का सच यह है कि बीजेपी 5 हजार करोड़ रुपए खा गयी. चोर की दाढ़ी में तिनका की तरह चोरी पकड़ी गई, इसलिए नारा दिया गया कि सहारा में जमा पैसा नहीं डूबेगा, बीजेपी पाई-पाई दिलाएगी. कहां गई मोदीजी की गारंटी. कीमतों का बढ़ना मोदी की गारंटी है. सहारा का पैसा खाना मोदी की गारंटी है. साफ शब्दों में कहना चाहता हूं, ये नारा काला सच है. किसी को बीजेपी सहारा में जमा पैसा नहीं दिलाएगी. दिल्ली में दो गुजराती भाई बैठे हुए हैं. नरेंद्र दामोदर दास मोदी और अमित भाई अनिल चंद्र शाह ये लोग पैसा नहीं दिलाएंगे. पसीना का पैसा खाने वाले भाजपा के लोग हैं, हेमंत सोरेन की सरकार बनने के बाद लूट का पैसा निकाल लेंगे. सहारा का पैसा भाजपा के यहां से घुसकर निकाल कर लायेंगे. इसे भी पढ़ें -भेष">https://lagatar.in/dsp-arrived-in-disguise-to-buy-pistol/">भेष
बदलकर पिस्टल खरीदने पहुंचे डीएसपी, हथियार तस्कर को किया गिरफ्तार [wpse_comments_template]

सरकार बनने के बाद बीजेपी के यहां से सहारा का पैसा लेकर आयेंगे : जेएमएम
