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कोरोना के कहर के बाद चीन में नये वायरस HMPV की पहचान, बढ़ते जा रहे मरीज, भारत बनाये हुए है नजर

NewDelhi : पूरी दुनिया कोरोना वायरस के प्रकोप से अभी पूरी तरह उभरी भी नहीं है कि चीन से एक और बुरी खबर आयी है. खबरों के अनुसार वहां अब एक नये वायरस की पहचान की गयी है. चीन में Human Metapneumovirus (HMPV) के बढ़ते केसेज के बीच भारत ने भी सतर्कता बढ़ा दी है. सूत्रों के अनुसार भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत काम करने वाला नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) इस पर नजर बनाये हुए है. इसे कोरोना की ही तरह एक मौसमी वायरस माना जा रहा है, जिसे HMPV या (Human Metapneumovirus) नाम दिया गया है.

एनसीडीसी ने कहा, हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं

एनसीडीसी ने कहा है कि हम हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. सूत्रों के अनुसार दिसंबर 16-22 के आंकड़ों पर नजर डालें तो सांस संबंधी वायरस मौसमी इन्फ्लुएंजा, राइनोवायरस, रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) और HMPV के मामलों में हाल ही में बढ़ोतरी देखी गयी है.

देश में इसके प्रकोप और पहचान के लिए एक सिस्टम डेवलप किया जाये 

डांग्स लैब के सीईओ डॉक्टर अर्जुन डांग का कहना है कि चीन में एचएमपीवी की पहचान होने के बाद जरूरी है कि देश में इसके प्रकोप और तुरंत पहचान के लिए एक सिस्टम डेवलप किया जाये. अर्जुन डांग ने कहा कि वर्तमान में HMPV एक ऐसा वायरस है, जिसके बारे में ज्यादा बात नहीं की जाती, लेकिन मौसम बदलने पर वैश्विक स्तर पर इससे पीड़ित सांस संबंधी मरीजों में बढ़ोतरी देखी जा रही है.

बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग रहें सावधान

डॉक्टर डांग ने कहा कि उनके लैब में फ्लू सीजन के दौरान HMPV के मामले नजर आये हैं. ये मामले उन लोगों में दिखे, जो ज्यादा संवेदनशील हैं. यह समस्या छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में ज्यादा देखी जाती है.

पीसीआर से किया जा सकता है एचएमपीवी का इलाज 

 डॉक्टर डांग का कहना था कि HMPV के लक्षण अन्य सांस संबंधी वायरस के समान होते हैं और अगर इसके प्रकोप को जल्दी नियंत्रित नहीं किया गया तो इससे हेल्थ सिस्टम पर बड़ा बोझ पड़ सकता है. कहा कि पोलिमरेस चेन रिएक्शन (PCR) टेस्ट से HMPV का इलाज हो सकता है.अमेरिकी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (US CDC) का कहना है कि, HMPV सभी उम्र के लोगों में अपर और लोअर रेस्पिरेटरी डिजीज का कारण बन सकता है. यह वायरस मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति के खांसने और छींकने से निकलने वाले स्राव या नजदीकी संपर्क जैसे हाथ मिलाने से फैलता है. HMPV के लक्षण:  HMPV से जुड़े सामान्य लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं संक्रमित व्यक्ति द्वारा खांसने और छींकने से निकले स्रावों तथा उससे निकट व्यक्तिगत संपर्क जैसे छूने या हाथ मिलाने से फैलने का खतरा है. संक्रमण से बचाव किस तरह हो सकता है : मरीज साबुन से बार-बार हाथ धोकर इस बीमारी के फैलाव को रोकने में मदद कर सकते हैं. गंदे हाथों से अपनी आंख, नाक या मुंह को छूने से बचना चाहिए. तथा बीमार लोगों के साथ निकट संपर्क से भी बचें.