Kaushal Anand
Ranchi: राजधानी के बाद अब धनबाद शहरी क्षेत्र में प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगाने का रास्ता साफ हो गया है. जेबीवीएनएल ने एजेंसी चयन के लिए निविदा आमंत्रित किया है. निविदा फाइनल होने के बाद चयनित एजेंसी सर्वे कार्य शुरू करेगी. इसके बाद स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा. जानकारी के अनुसार इसी साल के अंत तक नवंबर-दिसंबर में धनबाद मे भी स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा. इसके बाद जल्द ही तीसरे चरण में जमशेदपुर शहरी क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रकिया शुरू की जा सकती है.
धनबाद शहरी क्षेत्र में 1.50 लाख लगेंगे स्मार्ट मीटर
जेबीवीएनएल धनबाद के शहरी क्षेत्र के कुल 1.50 लाख शहरी कंज्यूमरो को स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू करेगा. इसको लेकर करीब 100 करोड़ रूपए खर्च किये जाएंगे. यह राशि राज्य सरकार खर्च करेगी. बतातें चलें कि रांची में स्मार्ट मीटर लगाने में विश्व बैँक सहयोग कर रही है. जबकि अन्य शहरों में स्मार्ट मीटर राज्य सरकार के फंड से लगाया जाएगा.
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रांची में 20 अगस्त से लगेगा स्मार्ट मीटर
रांची में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रकिया अंतिम चरण में है. आगामी 20 अगस्त से रांची सर्किल के अपर बाजार सबडिवीजन में 1 हजार कंज्यूमरों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने का काम शुरू होगा. इसके सफल हो जाने के बाद फिर 30 हजार कंज्यूमरों को मीटर लगाया जाएगा. रांची शहरी क्षेत्र के कुल साढ़े तीन लाख कंज्यूमरों को यह मीटर पूरी तरह नि:शुल्क लगाया जाएगा.
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प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगाने के फायदे
-इसके लगने के बाद बिजली उपभोक्ता सीधे तौर सेंट्रल कंट्रोलिंग सिस्टम के तहत जुड़ जाएंगे. यानी कि किसी भी कीमत पर कोई भी उपभोक्ता मीटर की छेड़छाड़ या मीटर बाइपास करके बिजली चोरी नहीं कर पाएगा.
-स्मार्ट मीटर लग जाने के बाद उपभोक्ता प्री-पेड की सुविधा से जुड़ जाएंगे. यानी मोबाइल फोन री-चार्ज करने की तर्ज पर अपना बिजली इस्तेमाल कर पाएंगे.
-अधिक दिनों तक या अधिक बकाया बिजली उपभोक्ता नहीं रख पाएंगे. सेंट्रल कंट्रोलिंग सिस्टम के तहत तहत सारे उपभोक्ताओं के बिजली खपत एवं बकाए पर पैनी नजर रखी जाएगी. अधिक बकाया होने पर तुरंत बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा.
-सारा सिस्टम सर्वर, नेट सिस्टम के तहत संचालित होगा. अगर किसी उपभोक्ता के घर बिजली कट होती है या लो वोल्टेज की समस्या होती तो उसे किसी को फोन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. स्मार्ट मीटर खुद ही इस समस्या को बिजली निगम कंट्रोलिंग सिस्टम तक पहुंचा देगा. बिजली कट होते ही स्मार्ट मीटर कंट्रोम रूम को सिग्नल भेज देगा. इसके बाद निगम की टीम इसे दुरूस्त करने में जुट जाएगा.
-बिजली उपभोक्ता अपने प्रतिदिन बिजली खपत पर नजर रख सकेंगे. इसके बाद उपभोक्ता अपना मासिक बिल और बिजली खपत की प्लानिंग कर सकते हैं.
-सारी व्यवस्था ऑनलाइन रहेगी. इससे व्यवस्था पारदर्शी रहेगी. आम उपभोक्ता अपनी सारी जानकारी ऑनलाइन देख सकते हैं.